

चकराता विधायक प्रीतम सिंह ने दैवीय आपदा से हुए नुकसान की अनदेखी और राहत कार्यों में लापरवाही को लेकर सैकड़ों कार्यकर्ताओं संग एसडीएम कालसी का घेराव किया। उन्होंने आपदा प्रबंधन पर सरकार को भी घेरा और त्वरित कार्रवाई की मांग की।
राहत कार्यों में लापरवाही पर भड़के चकराता विधायक
Dehradun: चकराता विधानसभा में हाल ही में आई दैवीय आपदा से हुए भारी नुकसान और प्रशासन की निष्क्रियता से नाराज़ चकराता विधायक एवं पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने गुरुवार को सैकड़ों समर्थकों के साथ उप-जिलाधिकारी कालसी का घेराव किया।
एसडीएम कार्यालय पर हुए इस प्रदर्शन में प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाज़ी की गई। प्रीतम सिंह ने आरोप लगाया कि आपदा के बाद न तो सही ढंग से नुकसान का आकलन किया गया है, न ही राहत और बचाव कार्य समय पर शुरू किए गए।
प्रदर्शन के दौरान प्रीतम सिंह ने कहा, प्रशासन पूरी तरह से फेल रहा है। जिन गांवों में लोगों के घर ढह गए, मवेशी मरे, खेत बह गए- वहां अब तक कोई राहत नहीं पहुंची। सिर्फ कागज़ी खानापूर्ति की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह की उदासीनता ना सिर्फ आम जनता के साथ अन्याय है, बल्कि लोकतांत्रिक व्यवस्था का भी अपमान है।
अवैध खनन पर शिकंजा: विकासनगर में पुलिस और खनन विभाग ने 6 ट्रैक्टर ट्रॉली की सीज
इस घेराव में जिला पंचायत सदस्य संजय किशोर, वीरेंद्र सिंह रावत और जिला पंचायत उपाध्यक्ष अभिषेक सिंह भी शामिल रहे। उन्होंने भी आपदा प्रबंधन विभाग और प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाए। संजय किशोर ने कहा, ग्रामीण क्षेत्रों में स्थिति बेहद खराब है। सड़कें टूटी हैं, पीने का पानी नहीं है, लेकिन प्रशासन सब कुछ सामान्य बता रहा है।
आपदा में राहत कार्यों की लापरवाही को लेकर विधायक प्रीतम सिंह ने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ SDM कालसी का घेराव किया। प्रशासन पर लगाया नुकसान का सही आकलन न करने का आरोप। चेतावनी- राहत न मिली तो होगा बड़ा आंदोलन!#ChakrataProtest #PritamSingh #Uttarakhand pic.twitter.com/C24ja8J10c
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) September 18, 2025
प्रदर्शन के बाद संवाददाता से बातचीत में उप-जिलाधिकारी कालसी, प्रेमलाल ने कहा, प्रशासन लगातार सर्वे करवा रहा है। जहां-जहां नुकसान हुआ है, वहां रिपोर्ट बनाकर जिला स्तर पर भेजी जा रही है। राहत कार्यों में तेजी लाई गई है। हालांकि प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन के इन दावों को झूठा और भ्रमित करने वाला बताया।
चकराता क्षेत्र में बीते हफ्तों में हुई भीषण बारिश ने जन-जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। कई गांवों का संपर्क टूट गया है, खेतों में पानी भर गया है, और मकानों को भारी नुकसान पहुंचा है। ग्रामीणों ने बताया कि कुछ जगहों पर भोजन, दवाई और पानी तक नहीं पहुंच पा रहा है।
प्रीतम सिंह ने प्रदेश सरकार पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में आपदा से हाहाकार मचा है, लेकिन सरकार सिर्फ फोटोग्राफ्स और घोषणाओं में व्यस्त है। ज़मीनी स्तर पर राहत नहीं पहुंच रही। उन्होंने मांग की कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों को तत्काल आपदा क्षेत्र घोषित कर विशेष राहत पैकेज जारी किया जाए।
प्रदर्शन के अंत में प्रीतम सिंह ने चेतावनी दी कि अगर अगले सात दिनों के भीतर नुकसान का ईमानदारी से आकलन और राहत वितरण शुरू नहीं हुआ, तो चकराता से देहरादून तक विशाल जन आंदोलन छेड़ा जाएगा।