

नैनीताल के मल्लीतल्ला में बुधवार रात को एक तीन मंजिला इमारत में भयानक आग लग गई। जहां आग लगी है वह इलाका घनी आबादी वाला क्षेत्र है।
धू-धू कर जलता मकान
नैनीताल: नैनीताल के मल्लीतल्ला में बुधवार को एक तीन मंजिला इमारत में भीषण आग लग गई। सूचना के बाद दमकल विभाग के कर्मी मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाने में जुटे हैं। अग्निकांड में एक बुजुर्ग महिला की मौत की खबर है।
घटना मल्लीताल क्षेत्र में मोहन के चौराहे के पास हुई।
जानकारी के अनुसार शहर के मल्लीताल मोहनको चौराहे पर मौजूद तीन मंजिला भवन में अज्ञात कारणों के चलते आग लग गई। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया तो राहगीरों में भी भगदड़ मच गई। सूचना के बाद दमकल विभाग के कर्मी मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाने में जुटे हैं।
नैनीताल में एक घनी आबादी वाले इलाके में स्थित एक भवन में भीषण आग लग गई है। दमकल की कई गाड़ियां मौके पर आग बुझाने का प्रयास कर रही हैं। आशंका है कि भवन में एक बुजुर्ग महिला फंसी हुई है। आग की लपटें बहुत तेज हैं जिसके कारण आग पर नियंत्रण पाना मुश्किल हो रहा है।
नैनीताल में 16 वर्षीय मेधा वर्मा की अचानक हुई रहस्यमयी गुमशुदगी, पुलिस ने शुरू की जांच
बता दें कि बुधवार रात मोहनको चौराहे पर रेस्टोरेंट संचालकों ने सामने पुराने भवन से आग की लपटे व धुंआ उठता हुआ देखा। भवन के भीतर लोगों के होने की आशंका को देखते हुए रेस्टारेंट संचालक आसिफ अली, पवन जाटव अन्य युवकों के साथ भवन के भीतर घुसने का प्रयास किया। मगर भीतर धुंए व आग की लपटें उठने के कारण वह कामयाब नहीं हो सके।
क्षेत्रीय सभासद मुकेश जोशी ने बताया कि उन्हें 9.56 पर घटना की सूचना मिली। उन्होंने तत्काल अग्निशमन बलों के साथ जल संस्थान के अधिशासी अभियंता को फायर डाइडेंट खोलने के लिये फोन किया। इसके बावजूद अग्निशमन बलों के समक्ष पानी की समस्या रही। रात्रि लगभग 12 बजे तक आग को बुझा लिये जाने की सूचना है।
बताया जा रहा है कि भवन में लोहे के प्रयोग से मरम्मत का कार्य भी चल रहा है साथ ही भवन में कई किरायेदार भी काबिज हैं। घर के जीर्ण-शीर्ण होने के कारण इसमें अधिक लोग नहीं रहते हैं। अग्निकांड के कारण पूरे क्षेत्र की बिजली काट दी गयी।
वहीँ मौके पर मौजूद लोगों ने फायर brigade की लचर कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े किए।
नैनीताल चुनाव में गोलाबारी; कानून व्यवस्था को लेकर मजिस्ट्रियल जांच अधिकारी नियुक्त
वीआईपी नगर होने और घटना स्थल से मात्र 5 मिनट की दूरी पर fire brigade कार्यालय होने के बाबजूद वह तुरंत आग बुझाने में सम्भव नहीं हो सके, जो सिस्टम की लचर कार्यप्रणाली को दर्शाता हैं।