

उत्तर प्रदेश में मानसून के कमजोर पड़ते ही तापमान में उछाल दर्ज किया गया है। 23 और 24 सितंबर को पूरे प्रदेश में बारिश का कोई पूर्वानुमान नहीं है। धूप और गर्म हवाएं जून-जुलाई जैसी तपिश का अहसास कराएंगी।
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Lucknow: उत्तर प्रदेश में एक बार फिर मौसम ने करवट बदल ली है। सितंबर के तीसरे सप्ताह में मानसून कमजोर पड़ते ही धधकते सूरज ने लोगों को जून-जुलाई की तपिश की याद दिला दी है। मौसम विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार 23 और 24 सितंबर को प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी दोनों ही हिस्सों में पारा चढ़ा रहेगा और गर्म हवाओं का असर आम जनजीवन पर दिखाई देगा।
बारिश की उम्मीद खत्म, गर्मी ने पकड़ा जोर
लखनऊ स्थित आंचलिक मौसम केंद्र ने जानकारी दी है कि मंगलवार (23 सितंबर) को पूरे उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में बारिश की कोई संभावना नहीं है। सभी जिलों को ग्रीन जोन में रखा गया है। यानी न तो बारिश होगी और न ही आकाशीय बिजली गिरने का कोई अलर्ट है। इसके उलट आसमान से बरसती आग जैसी किरणें और उमस लोगों को परेशान करेंगी।
किन जिलों में दिखेगा असर
पूर्वानुमान के मुताबिक अयोध्या, आगरा, अलीगढ़, झांसी, ललितपुर, प्रयागराज, प्रतापगढ़, चित्रकूट, बांदा, गोरखपुर, महराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलिया, गाजीपुर, मऊ, वाराणसी, आजमगढ़, मिर्जापुर, सोनभद्र, चंदौली, जौनपुर, बस्ती, श्रावस्ती, उन्नाव, हमीरपुर, महोबा, इटावा, मैनपुरी, एटा, हाथरस, फिरोजाबाद, बदायूं, रामपुर, बरेली और लखीमपुर खीरी में तेज धूप देखने को मिलेगी। इन जिलों में आसमान पूरी तरह साफ रहेगा और सूरज की किरणें चुभन भरी होंगी।
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जून-जुलाई जैसा अहसास
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि सामान्य तौर पर सितंबर के तीसरे-चौथे हफ्ते तक मानसून का असर कम हो जाता है। लेकिन इस बार गर्मी का असर अधिक तीव्र दिखाई दे रहा है। दिन का तापमान सामान्य से 3-4 डिग्री तक अधिक दर्ज किया जा रहा है। कई जिलों में अधिकतम तापमान 36 से 38 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है, जबकि न्यूनतम तापमान भी 25 डिग्री के आसपास बना हुआ है।
आम लोगों की मुश्किलें बढ़ीं
गर्मी और उमस की वजह से लोगों को काफी दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं। सुबह से लेकर दोपहर तक धूप इतनी तेज रहती है कि लोग घरों से बाहर निकलने से बच रहे हैं। जिन लोगों को जरूरी काम से बाहर जाना पड़ रहा है, वे लू और थकान से जूझ रहे हैं।
किसानों के लिए चिंता बढ़ी
गर्मी का यह दौर किसानों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। धान की फसल इस समय पानी और नमी चाहती है, लेकिन बारिश न होने से खेत सूखने लगे हैं। जिन किसानों के पास सिंचाई की सुविधा नहीं है, वे फसलों के भविष्य को लेकर चिंतित हैं। पूर्वांचल के कई जिलों से रिपोर्ट आ रही है कि लगातार धूप से धान के पौधे मुरझाने लगे हैं।
स्वास्थ्य पर भी असर
तेज धूप और उमस से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी बढ़ रही हैं। डॉक्टरों ने लोगों को हिदायत दी है कि वे दिन में 11 बजे से शाम 3 बजे तक अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें। गर्मी से बचाव के लिए पानी, नींबू-पानी, छाछ और नारियल पानी का सेवन करने की सलाह दी जा रही है। बच्चों और बुजुर्गों को खास एहतियात बरतने को कहा गया है।
आने वाले दिनों का पूर्वानुमान
मौसम विभाग का कहना है कि 24 सितंबर को भी उत्तर प्रदेश का मौसम ऐसा ही रहेगा। अधिकतर जिलों में आसमान साफ रहेगा और तेज धूप तपिश को और बढ़ाएगी। हालांकि, 25 सितंबर के बाद हल्की-फुल्की बूंदाबांदी की संभावना जताई गई है, लेकिन फिलहाल राहत मिलने के आसार कम हैं।