

यूपी-बिहार शराब तस्करी रैकेट का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने बीकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस से छह तस्कर को गिरफ्तार किया है। पढे़ं डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी खबर
पुलिस की गिरफ्त में शराब तस्करी करने वाला गिरोह
चंदौली: उत्तर प्रदेश और बिहार के बीच सक्रिय अवैध शराब तस्करी नेटवर्क पर चंदौली पुलिस और रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने संयुक्त कार्रवाई कर बड़ी सफलता हासिल की है। बीकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस में चल रहे अभियान के दौरान 108.04 लीटर अवैध शराब के साथ छह तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। बरामद शराब की अनुमानित कीमत लगभग एक लाख रुपये बताई जा रही है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, इस कार्रवाई को एडीजी वाराणसी जोन पीयूष मोर्डिया और डीआईजी वैभव कृष्ण के निर्देश पर अंजाम दिया गया। पुलिस को पहले से सूचना थी कि कुछ शराब तस्कर मुगलसराय से पटना और गया जाने वाली ट्रेनों में चेन पुलिंग कर शराब तस्करी का कार्य कर रहे हैं। तस्कर पहले उत्तर प्रदेश में वैध शराब दुकानों से शराब खरीदते और फिर चलती ट्रेन में चेन खींचकर अपने साथियों को बोतलों के साथ चढ़ा लेते।
इस सूचना पर सक्रिय हुई टीम ने धीना रेलवे स्टेशन से लगभग तीन किलोमीटर की दूरी पर जाल बिछाया। एसपी चंदौली आदित्य लांग्हे और वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त जेथिन बी. राज के नेतृत्व में चलाए गए इस अभियान में तस्करों को ट्रेन से गिरफ्तार कर लिया गया।
पकड़े गए तस्करों की पहचान, अभिषेक कुमार (निवासी- सीतामढ़ी, बिहार), नितेश कुमार (निवासी- आरा, बिहार), सत्यम कुमार (निवासी- बेगूसराय, बिहार), डब्लू कुमार, नवीन कुमार और करन कुमार (निवासी- पटना, बिहार) के रूप में की गई है।
तस्करों को ट्रेन से पुलिस ने किया गिरफ्तार
पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि यह गिरोह उत्तर प्रदेश से शराब खरीदकर उसे बिहार में ऊंचे दामों पर बेचता था। उन्होंने यह भी कबूल किया कि ट्रेनों में बार-बार चेन खींचकर अवैध तरीके से माल चढ़ाने की तरकीब अपनाई जाती थी।
पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ आबकारी अधिनियम की धारा 60/63 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। इसके साथ ही गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों की तलाश भी शुरू कर दी गई है। इस पूरे ऑपरेशन को रेलवे पुलिस और जिला पुलिस की साझा रणनीति से अंजाम दिया गया।
एसपी चंदौली आदित्य लांग्हे ने बताया कि शराब तस्करी रोकने के लिए रेलवे मार्गों की लगातार निगरानी की जा रही है। उन्होंने कहा कि ट्रेन के जरिए तस्करी करना अब असंभव नहीं तो मुश्किल जरूर बना दिया जाएगा।
बिहार में शराबबंदी का फायदा उठा रहे तस्कर
गौरतलब है कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू है, जिससे शराब की तस्करी एक बड़े माफिया उद्योग का रूप ले चुकी है। तस्कर अक्सर उत्तर प्रदेश, हरियाणा और झारखंड से शराब लाकर बिहार में ऊंचे दामों में बेचते हैं।
पुलिस की इस कार्रवाई से अवैध शराब तस्करों में हड़कंप मच गया है और बिहार की सीमा से लगे यूपी जिलों में विशेष सतर्कता बरती जा रही है।