

जिले में प्राइमरी और जूनियर स्कूलों को बंद करने के फैसले के खिलाफ कांग्रेस पार्टी सड़कों पर उतर आई है। कांग्रेस के इस विरोध प्रदर्शन ने प्रदेश सरकार के फैसले पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
स्कूलों के बंद होने के फैसले से बिफरी कांग्रेस
Lucknow News: लखनऊ में योगी सरकार द्वारा 5000 प्राइमरी और जूनियर स्कूलों को बंद करने के फैसले के खिलाफ कांग्रेस पार्टी ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के नेतृत्व में प्रदर्शन किया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सरकार के फैसले को जनविरोधी बताते हुए लखनऊ के कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया।
बेगम हजरत महल पार्क से शुरू हुआ मार्च
प्रदर्शन की शुरुआत बेगम हजरत महल पार्क से हुई। जहां बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता इकट्ठा हुए। इसके बाद मार्च शहादत अली मकबरे पहुंचा। जहां प्रदेश अध्यक्ष अजय राय भी शामिल हुए। यहां से जुलूस कलेक्ट्रेट पहुंचा। जहां कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की और सरकार के खिलाफ विरोध जताया।
राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सौंपा
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन SDM को सौंपा। अजय राय ने कहा एक तरफ सरकार 5000 स्कूल बंद कर रही है और दूसरी तरफ पूरे प्रदेश में शराब की दुकानें बढ़ा रही है। यह साफ तौर पर गरीब और ग्रामीण तबके के बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ है।
“यह सिर्फ एक दिन का विरोध नहीं”
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने स्पष्ट किया कि यह प्रदर्शन सिर्फ एक दिन का कार्यक्रम नहीं है। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन आगामी विधानसभा सत्र तक चलेगा और इसे ब्लॉक से लेकर जिला स्तर तक फैलाया जाएगा। उन्होंने संगठन के सभी स्तरों को सक्रिय करने की बात कही ताकि हर गांव और कस्बे में इस फैसले का विरोध किया जा सके।
कांग्रेस ने बताया शिक्षा विरोधी कदम
कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि सरकार का यह फैसला पूरी तरह से शिक्षा विरोधी है। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने कहा कि शिक्षा का अधिकार कानून पहले ही प्रदेश में कमजोर हो चुका है और अब स्कूलों को बंद करना सीधे तौर पर गरीबों के भविष्य से खिलवाड़ है। उन्होंने चेतावनी दी कि कांग्रेस सरकार को इस फैसले को वापस लेने पर मजबूर करेगी।
विरोध प्रदर्शन में महिलाओं और युवाओं की भी भागीदारी
प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिला कार्यकर्ता और युवा भी शामिल हुए। कई ने अपने हाथों में तख्तियां लेकर सरकार के फैसले के खिलाफ नारे लगाए। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मांग की कि स्कूलों की संख्या बढ़ाई जाए, न कि घटाई जाए।