

मिशन शक्ति 5 अभियान के तहत महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण के उद्देश्य से वन स्टॉप सेंटर का निरीक्षण किया गया। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक महराजगंज ने मौके पर पहुंचकर व्यवस्थाओं की समीक्षा की और संवासिनियों के लिए बेहतर सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
डीएम और एसपी ने किया निरीक्षण
Maharajganj: उत्तर प्रदेश सरकार के मिशन शक्ति 5 अभियान के तहत महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आज जनपद मुख्यालय स्थित वन स्टॉप सेंटर का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा और पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीणा ने सेंटर की व्यवस्थाओं का बारीकी से जायज़ा लिया और उपस्थित अधिकारियों से विस्तृत जानकारी प्राप्त की।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, डीएम और एसपी ने सेंटर में रह रहीं संवासिनियों से भी मुलाकात की और उनकी समस्याओं व जरूरतों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने सेंटर प्रभारी को निर्देश देते हुए कहा कि यहां महिलाओं को हर जरूरी सुविधा यानी सुरक्षा, स्वास्थ्य, भोजन, स्वच्छता, मनोवैज्ञानिक परामर्श और कानूनी सहायता को समय से और प्रभावी तरीके से उपलब्ध कराया जाए।
बरेली में एनकाउंटर: एक लाख का इनामी शैतान ढेर, अंधाधुंध फायरिंग में एक पुलिसकर्मी घायल
उन्होंने सेंटर में लगे सीसीटीवी कैमरों, रिकॉर्ड रजिस्टर और रेस्क्यू वैन की कार्यप्रणाली की भी जांच की। साथ ही यह भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि प्रत्येक पीड़िता की गोपनीयता और सुरक्षा सर्वोपरि रखी जाए।
निरीक्षण के दौरान व्यक्तिगत स्वच्छता संवाद कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया, जिसमें विशेषज्ञों ने संवासिनियों को स्वच्छता और स्वास्थ्य से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारियां दीं। इसमें मासिक धर्म स्वच्छता, मानसिक स्वास्थ्य, आत्मरक्षा और आत्मनिर्भरता जैसे विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई।
अभी नहीं खाली होगा सपा का जिला कार्यालय, मुरादाबाद प्रशासन के खिलाफ हाईकोर्ट का फैसला
महिला कल्याण विभाग की अधिकारियों ने बताया कि वन स्टॉप सेंटर महिलाओं के लिए एक सुरक्षित ठिकाना है, जहां उन्हें 24 घंटे कानूनी, चिकित्सीय, मनोवैज्ञानिक और सामाजिक सहायता प्रदान की जाती है। इस पहल का उद्देश्य हिंसा और उत्पीड़न की शिकार महिलाओं को तुरंत राहत और सहायता उपलब्ध कराना है।
गौरतलब है कि जिलाधिकारी ने सभी संबंधित विभागों को निर्देश दिया कि वे वन स्टॉप सेंटर की सुविधाओं को और प्रभावशाली बनाने के लिए आपसी समन्वय से कार्य करें ताकि यहां आने वाली हर महिला को सम्मानजनक और सुरक्षित वातावरण मिल सके। साथ ही यह भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि प्रत्येक पीड़िता की गोपनीयता और सुरक्षा सर्वोपरि रखी जाए।