

बरेली के भोजीपुरा में पुलिस मुठभेड़ के दौरान एक लाख रुपये का इनामी बदमाश इफ्तेखार उर्फ शैतान मारा गया। वह डकैती, हत्या और फरारी के मामलों में वांछित था। इस मुठभेड़ में एक पुलिसकर्मी भी घायल हुआ है। पुलिसकर्मी को इलाज के लिए अस्पताल में एडमिट करवाया।
बरेली में एनकाउंटर
Bareilly: उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। जिले के भोजीपुरा थाना क्षेत्र में गुरुवार सुबह करीब 5:30 बजे नैनीताल हाईवे पर स्थित बिलवा कृषि फार्म के पास एक लाख रुपये का इनामी बदमाश इफ्तेखार उर्फ सोल्जर उर्फ शैतान पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। इस दौरान एसओजी का एक सिपाही भी बदमाश की गोली से घायल हो गया, जिसे तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया।
एसएसपी अनुराग आर्य ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया और बताया कि इफ्तेखार पर डकैती और हत्या जैसे गंभीर आरोपों में कुल 19 मुकदमे दर्ज थे और वह कई वर्षों से फरार चल रहा था। पुलिस कस्टडी से फरार होने के बाद वह लगातार नाम और पहचान बदलकर पुलिस को चकमा देता रहा।
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बिथरी चैनपुर में डकैती के मामले में था वांछित
एसएसपी ने बताया कि इफ्तेखार साल 2024 में बिथरी चैनपुर थाना क्षेत्र में हुई एक डकैती में मुख्य आरोपी था। उसकी गिरफ्तारी के लिए एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था। एसओजी और स्थानीय पुलिस टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि वह बाइक से भोजीपुरा क्षेत्र की ओर जा रहा है। इसके बाद पुलिस ने रणनीति बनाकर उसे घेर लिया।
जैसे ही पुलिस ने बिलवा कृषि फार्म के पास बाइक सवार इफ्तेखार को रोकने की कोशिश की, उसने अचानक पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोलियां चलाई, जिसमें इफ्तेखार को गोली लग गई। उसे तत्काल सीएचसी ले जाया गया, जहां से जिला अस्पताल रेफर किया गया, लेकिन चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
एक साथी फरार, भारी मात्रा में असलहा बरामद
एसएसपी ने बताया कि मौके से बिना नंबर की बाइक, एक पिस्टल, दो मैगजीन, 17 कारतूस और नकदी बरामद की गई है। इफ्तेखार का एक साथी मुठभेड़ के दौरान फरार हो गया, जिसकी तलाश के लिए सघन सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
शातिर अपराधी, नाम-पता बदलकर करता था अपराध
इफ्तेखार उर्फ शैतान कासगंज जिले का रहने वाला था और वह पुलिस रिकॉर्ड में एक शातिर अपराधी के रूप में जाना जाता था। उसके खिलाफ सात जिलों में 19 मुकदमे दर्ज हैं। जिनमें हत्या, डकैती, लूट और पुलिस कस्टडी से फरारी जैसे संगीन आरोप शामिल हैं। पुलिस के अनुसार, वह लगातार नाम और पते बदलकर कानून से बचता रहा।
एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि इफ्तेखार पर पहले भी 50 हजार का इनाम घोषित किया गया था और पुलिस कस्टडी से आठ साल तक फरार रहा। उसके रिकॉर्ड में 10 से अधिक नाम दर्ज हैं। साल 2006 में थाना फरीदपुर के पचौमी मंदिर के पुजारी की हत्या और डकैती की वारदात में भी उसका नाम सामने आया था।
फॉरेंसिक टीम जुटा रही सबूत
फॉरेंसिक टीम को भी घटनास्थल पर बुलाया गया, जिसने मौके से महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्र किए हैं। अधिकारियों का कहना है कि फरार आरोपी की गिरफ्तारी के बाद पूरे गैंग का पर्दाफाश हो सकता है।