प्रतापगढ़ वन स्टॉप सेंटर से दो किशोरियां फरार, 22 घंटे बाद बरामद, दो महिला सिपाही निलंबित

प्रतापगढ़ के वन स्टॉप सेंटर से दो किशोरियां फरार हो गईं, जिन्हें 22 घंटे बाद रामलीला मैदान से बरामद किया गया। लापरवाही के चलते दो महिला सिपाहियों को निलंबित किया गया।

Post Published By: Nidhi Kushwaha
Updated : 8 July 2025, 9:52 AM IST
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Pratapgarh: जिले के नगर कोतवाली क्षेत्र में भुलियापुर पुलिस चौकी के समीप स्थित वन स्टॉप सेंटर से रविवार रात एक सनसनीखेज घटना सामने आई, जब वहां संरक्षित दो किशोरियां अचानक फरार हो गईं। ये दोनों किशोरियां, जो अपहरण और दुष्कर्म की शिकार थीं, लालगंज और जेठवारा से बरामद होने के बाद मेडिकल और कानूनी प्रक्रियाओं के लिए सेंटर में रखी गई थीं।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, इस घटना ने स्थानीय प्रशासन और पुलिस महकमे में हड़कंप मचा दिया। सूचना मिलते ही त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 22 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद दोनों किशोरियों को शहर के रामलीला मैदान से सकुशल बरामद कर लिया। इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में दो महिला सिपाहियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।

जानें पूरा मामला

दरअसल, यह घटना रविवार रात करीब नौ बजे की है, जब वन स्टॉप सेंटर में तैनात एक महिला सिपाही रचना ने तबीयत खराब होने का हवाला देकर सेंटर कर्मचारी को सूचित कर अस्पताल जाने की बात कही। वहीं, दूसरी महिला सिपाही ने बाथरूम जाने की बात कहकर अपनी ड्यूटी छोड़ी। इसी दौरान दोनों किशोरियां सेंटर कर्मचारी के पास पहुंचीं और मौका पाकर गेट से भाग निकलीं। कर्मचारी ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी, लेकिन तब तक किशोरियां गायब हो चुकी थीं। सेंटर प्रभारी नीरजा कुमारी ने देर रात इस मामले में नगर कोतवाली में केस दर्ज कराया। पुलिस ने तुरंत तीन टीमें गठित कीं और किशोरियों की तलाश शुरू की।

रामलीला मैदान के पास बरामद

वहीं सोमवार शाम करीब सात बजे नगर कोतवाल नीरज यादव और भुलियापुर चौकी प्रभारी अंकित तिवारी के नेतृत्व में पुलिस ने दोनों किशोरियों को रामलीला मैदान के पास से बरामद कर लिया। पुलिस का कहना है कि किशोरियों ने सेंटर से भागने के बाद शहर में ही भटक रही थीं। बरामदगी के बाद उन्हें वापस सेंटर लाया गया, जहां उनकी काउंसलिंग और मेडिकल जांच की प्रक्रिया शुरू की गई।

इस घटना ने वन स्टॉप सेंटर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठा दिए हैं। सेंटर में तैनात कर्मचारियों और पुलिस की लापरवाही ने इस गंभीर मामले को और जटिल बना दिया। स्थानीय लोगों में भी इस घटना को लेकर चर्चा जोरों पर है। पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है और यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही है कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न दोहराई जाएं।

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