

बलिया जिले में 11 वर्षीय बालक की तालाब में डूबने से मौत हो गई, जिसके बाद गांव में मातम छा गया। यहां जानें पूरा माजरा
तालाब में डूबने से बड़ा हादसा (सोर्स- इंटरनेट)
Ballia: उत्तर प्रदेश के बलिया जनपद में एक सनसनीखेज घटना घटी है, जहां जनपद के बैरिया थाना क्षेत्र के गोंहिया छपरा गांव में एक मासूम बच्चे की मौत हो गई। बता दें कि रविवार की शाम 11 वर्षीय बालक अंश सिंह की तालाब में डूबने से मौत हो गई। अंश गोंहिया छपरा गांव निवासी अंजनी सिंह का पुत्र था।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के मुताबिक जैसे ही गांव वालों को घटना की जानकारी मिली वह तुरंत बच्चे को बचाने के लिए पहुंचे। परंतु तब तक बहुत देर हो चुकी थी। घटना के बाद परिजनों का रो- रोकर बुरा हाल हो गया।
दुर्घटना के समय की कहानी
बताया जा रहा है कि रविवार की शाम अंश कुछ बच्चों के साथ गांव स्थित तालाब के किनारे खेल रहा था। खेलते वक्त उसका पैर फिसल गया और वह तालाब में गिर गया। साथ में खेल रहे बच्चों ने शोर मचाना शुरू किया, लेकिन तब तक अंश तालाब में डूब चुका था।
ग्रामीणों ने बचाने की कोशिश की
ग्रामीणों ने बताया कि बच्चों की शोर सुनकर गांव के कुछ लोग दौड़ कर आये और उन्होंने तालाब में छलांग लगाकर अंश को बाहर निकाला। ग्रामीण अंश को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनबरसा गए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मृत्यु की खबर सुनकर घर में कोहराम
बच्चे की मौत की खबर सुनकर घर में कोहराम मच गया। परिवार के लोग शव को देखकर फूट-फूट कर रोने लगे। परिवार के लोगों ने बताया कि अंश बहुत ही होनहार और मेधावी छात्र था। उसकी मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। साथ ही हादसे से गांव के निवासी भी हैरान है।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा
घटना के बाद लोगों ने पुलिस को सूचित किया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का पता चल पाएगा। फिलहाल वह मामले की जांच कर रहे हैं।
सुरक्षा के इंतजाम नहीं होने का आरोप
ग्रामीणों ने तालाब के आसपास सुरक्षा के इंतजाम नहीं होने का आरोप लगाया है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि तालाब के आसपास सुरक्षा के इंतजाम किए जाएं ताकि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाएं न हों।
गांव में शोक की लहर
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस दर्दनाक हादसे से पूरे गांव में शोक की लहर है। इस वक्त परिवार के लोगों को सांत्वना देने के लिए गांव के लोग उनके घर पहुंच रहे हैं और उन्हें हादसे से लड़ने की हिम्मत दे रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ पुलिस अपने कार्य में जुटी हुई है।