

वह प्रमुख जॉब पोर्टल्स जैसे नौकरी डॉट कॉम और इनडीड डॉट कॉम पर फर्जी जॉब पोस्टिंग डालते थे। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
आरोपी का फोटो
बुलंदशहर: पुलिस ने एक बड़े ठगी के गिरोह का पर्दाफाश किया है। जो बेरोजगार युवाओं को नौकरी दिलाने का झांसा देकर करोड़ों रुपये की ठगी कर रहा था। हैरान करने वाली बात यह थी कि गिरोह का मुख्य आरोपी अपनी दो पत्नियों, बहन और बहनोई के साथ मिलकर इस ठगी के नेटवर्क को चला रहा था। पुलिस की जांच में गिरोह के कार्य करने के तरीके और धोखाधड़ी के मामले में किए गए खुलासे ने सबको चौंका दिया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी और उसका परिवार खुद को एक वैध कंपनी का हिस्सा बताकर बेरोजगार युवाओं को नौकरी दिलाने का झांसा देते थे। वह प्रमुख जॉब पोर्टल्स जैसे नौकरी डॉट कॉम और इनडीड डॉट कॉम पर फर्जी जॉब पोस्टिंग डालते थे। जिससे बेरोजगार लोग उनके जाल में फंस जाते थे। इसके बाद आरोपी उनसे मोटी रकम ऐंठ लेते थे और नौकरी देने के नाम पर उन्हें धोखा देते थे।
ये लोग हैं गैंग का हिस्सा
इस ठगी में केवल आरोपी ही शामिल नहीं था। बल्कि उसने अपने परिवार के सदस्यों को भी इस गैरकानूनी काम में शामिल कर रखा था। आरोपी की दो पत्नियां, उसकी बहन और बहनोई सभी इस ठगी के जाल का हिस्सा थे। पुलिस ने बताया कि यह गिरोह पेशेवर तरीके से काम कर रहा था और उसे बेरोजगार युवाओं के विश्वास का फायदा उठाने के लिए कई जालसाजी के तरीके अपनाए गए थे।
1 करोड़ 29 लाख रुपये से ज्यादा की ठगी
अब तक इस गिरोह ने कई राज्यों के बेरोजगार लोगों से लगभग 1 करोड़ 29 लाख रुपये से ज्यादा की ठगी की है। आरोपी और उसके परिवार के सदस्य इस राशि को अपने निजी फायदे के लिए इस्तेमाल कर रहे थे। जबकि बेरोजगार लोग अपनी नौकरी की तलाश में उनके झांसे में फंस गए थे। पुलिस की जांच से यह भी सामने आया कि आरोपी ने अपने नाम पर तीन फर्जी कंपनियां रजिस्टर्ड की थीं, जो ठगी के लिए बनाई गई थीं।
आरोपी के कब्जे से ये माल मिला
पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। उसके पास से ठगी में इस्तेमाल किए गए कई दस्तावेज और उपकरण जब्त किए हैं। पुलिस ने आरोपी से एक मोबाइल फोन, लैपटॉप, 12 सिम कार्ड्स, एक पासबुक और एक कोरियर बुक भी बरामद की है। जिनका इस्तेमाल गिरोह के लोग धोखाधड़ी करने में करते थे। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए इस गिरोह का भंडाफोड़ किया।
एसपी क्राइम का बयान
एसपी क्राइम नरेश कुमार ने बताया कि हमारी टीम ने इस मामले में गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई की और गिरोह का पर्दाफाश किया। उन्होंने बताया कि आरोपियों ने पेशेवर तरीके से ठगी का नेटवर्क तैयार किया था। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि इस गिरोह का नेटवर्क और किन-किन शहरों में फैला हुआ है और इसमें और कौन-कौन लोग शामिल हैं। इस मामले में और भी खुलासे होने की संभावना है, क्योंकि आरोपी से पूछताछ जारी है।
फर्जी कंपनियों की रजिस्ट्री
पुलिस ने जांच के दौरान यह भी पाया कि आरोपी ने तीन फर्जी कंपनियां रजिस्टर्ड करवाई थी। इन कंपनियों के जरिए वह बेरोजगारों को नौकरी का झांसा देता था और उन्हें ठगता था। इसके अलावा पुलिस ने उन कंपनियों से जुड़े कई दस्तावेज भी जब्त किए हैं। जिनकी मदद से यह ठगी की जा रही थी।