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कानपुर के बिठूर में शराब के नशे में हुए विवाद के बाद पत्नी ने पति की बेलन और सिल-बट्टे से पीटकर हत्या कर दी। पोस्टमॉर्टम में 26 वार की पुष्टि हुई है। आरोपी महिला को जेल भेज दिया गया है।
आरोपी महिला का फाइल फोटो
Kanpur: कानपुर के बिठूर इलाके में एक घरेलू झगड़ा खौफनाक कत्ल में बदल गया। शराब के नशे में पति-पत्नी के बीच हुआ विवाद इतना बढ़ा कि पत्नी ने पति की जान ही ले ली। रसोई में रखा बेलन और सिल-बट्टा इस वारदात के हथियार बने। सिर, चेहरे और हाथ पर किए गए ताबड़तोड़ वारों से 45 साल के रविशंकर सविता की मौत हो गई। यह मामला नशे की लत, टूटते रिश्तों और एक मासूम बच्चे के उजड़ते भविष्य की दर्दनाक तस्वीर पेश करता है।
शराब के नशे में शुरू हुआ विवाद
घटना बिठूर थाना क्षेत्र के टिकरा गांव की है। पुलिस के मुताबिक, बुधवार देर शाम रविशंकर सविता उर्फ पप्पू काम से घर लौटा था। उसकी पत्नी वीरांगना भी अपनी बहनों के यहां से शराब पीकर लौटी थी। दोनों पहले से शराब के आदी थे और अक्सर झगड़ा होता रहता था। रात बढ़ने के साथ दोनों के बीच कहासुनी मारपीट में बदल गई।
बेलन टूटा, फिर सिल-बट्टे से हमला
नशे में धुत वीरांगना ने पहले पति को बेलन से पीटना शुरू किया। बेलन टूटने के बाद भी उसका गुस्सा शांत नहीं हुआ। इसके बाद उसने सिल-बट्टा उठाया और रविशंकर के सिर, चेहरे, गर्दन और हाथ पर करीब 26 से ज्यादा वार कर दिए। लहूलुहान हालत में रविशंकर फर्श पर गिर पड़ा और बेहोश हो गया।
एक्सीडेंट की झूठी सूचना
हत्या के बाद वीरांगना ने रात करीब तीन बजे परिजनों को फोन कर बताया कि उसके पति का एक्सीडेंट हो गया है। जब घरवाले पहुंचे तो देखा कि रविशंकर खून से सना पड़ा है और वीरांगना घर में फैला खून साफ कर रही थी। पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस जब रविशंकर को हैलट अस्पताल ले जाने लगी तो महिला ने विरोध किया और धक्कामुक्की भी हुई। इलाज के दौरान रविशंकर की मौत हो गई।
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पोस्टमॉर्टम में 26 वार की पुष्टि
सूत्रों के मुताबिक, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में शरीर पर 26 गहरे जख्म मिले हैं। अत्यधिक रक्तस्त्राव और कोमा में जाने के कारण मौत हुई। देवर संतोष की तहरीर पर पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर वीरांगना को गिरफ्तार कर लिया।
जेल जाने से पहले बेटे को चूमा
कोर्ट के आदेश पर जेल भेजे जाने से पहले वीरांगना का चेहरा पछतावे से भरा था। उसने अपने चार साल के बेटे जैन को गले लगाया, माथा चूमा और रोते हुए कहा- बहुत बड़ी गलती हो गई, मेरे बच्चे का ध्यान रखना। बच्चे को देवर संतोष के सुपुर्द कर दिया गया। मां-बेटे का यह दृश्य देखकर वहां मौजूद हर किसी की आंखें नम हो गई