

हरदोई से अमरनाथ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का पहला जत्था रवाना हो गया है, जिसमें 25 से 26 श्रद्धालु शामिल हैं। यह जत्था हरदोई रेलवे स्टेशन से ट्रेन द्वारा बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए निकला है। यहां पढ़ें पूरी खबर
हरदोईः उत्तर प्रदेश के हरदोई में प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी हरदोई से अमरनाथ यात्रा पर श्रद्धालुओं का पहला जत्था रवाना हो गया। यह जत्था हरदोई रेलवे स्टेशन से ट्रेन द्वारा बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए निकला।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के मुताबिक जत्थे में 25 से 26 श्रद्धालु शामिल हैं, जो पूरे उत्साह और श्रद्धा के साथ जय भोलेनाथ के नारे लगाते हुए रवाना हुए। स्टेशन परिसर भोलेनाथ के जयकारों से गूंज उठा और यात्रियों को परिजनों और भक्तों ने फूल मालाओं से विदा किया।
बता दें कि जत्थे में शामिल संदीप ने बताया कि वह और उनके कई साथी वर्ष 2004 से लगातार हर वर्ष बाबा अमरनाथ की यात्रा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले शुरुआत कुछ लोगों से हुई थी, लेकिन अब हर साल श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती जा रही है। इस बार भी 25 से अधिक श्रद्धालु यात्रा पर जा रहे हैं।
जत्था सबसे पहले पहुंचेगा हरिद्वार
जत्था पहले हरिद्वार पहुंचेगा, जहां गंगा स्नान के बाद कटरा रवाना होगा। वहां माता वैष्णो देवी के दर्शन और शिवखोरी के दर्शन के उपरांत 1 जुलाई को बालटाल के लिए प्रस्थान करेगा। 3 जुलाई को बाबा अमरनाथ की यात्रा शुरू होते ही जत्था बाबा बर्फानी के पवित्र गुफा में प्रथम दर्शन करेगा।
जत्थे में शामिल है ये लोग
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जत्थे में विजय चौरसिया उर्फ रामबाबू, अमित पांडे, रामपाल, संतोष बाबा, राजकमल, कमल पाल सहित हर हर महादेव सेवा मंडल (मानसा, पंजाब) के भंडारे के कार्यकर्ता भी शामिल हैं। जत्था यात्रा मार्ग में भंडारे का आयोजन करेगा और दर्शन के बाद हरदोई लौटेगा। श्रद्धा और भक्ति से ओतप्रोत इस यात्रा ने एक बार फिर हरदोई को अध्यात्मिक रंग में रंग दिया है।
अमरनाथ यात्रा की महत्वपूर्ण जानकारी
1. यात्रा की तिथि: अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से 9 अगस्त 2025 तक चलेगी।
2. रजिस्ट्रेशन: अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन 14 अप्रैल से शुरू हो चुका है, जिसमें ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड उपलब्ध हैं।
3. यात्रा मार्ग: अमरनाथ यात्रा के दो मार्ग हैं - पहलगाम और बालटाल। पहलगाम मार्ग 43 किलोमीटर लंबा है और इसमें 4 से 5 दिन लगते हैं, जबकि बालटाल मार्ग 14 किलोमीटर लंबा है और इसमें 1 से 2 दिन लगते हैं।
4. सुरक्षा व्यवस्था: अमरनाथ यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए जम्मू-पठानकोट हाईवे और सीमावर्ती इलाकों में विशेष नाके लगाए गए हैं।