

यह गैंग यूपी, एमपी, हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर में सक्रिय था। आरोपियों के पास से भारी संख्या में एटीएम कार्ड, मोबाइल फोन, नकदी और एक कार बरामद की गई है। स्थानीय पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
पूरा गैंग दबोचा
Lucknow News: उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने लखनऊ के गोसाईगंज थाना क्षेत्र में एटीएम कार्ड बदलकर खातों से पैसे उड़ाने वाले एक संगठित गिरोह का भंडाफोड़ किया है। गुप्त सूचना पर की गई कार्रवाई में गिरोह के सरगना सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। यह गैंग यूपी, एमपी, हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर में सक्रिय था। आरोपियों के पास से भारी संख्या में एटीएम कार्ड, मोबाइल फोन, नकदी और एक कार बरामद की गई है। स्थानीय पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, शनिवार 19 जुलाई 2025 को रात करीब 9:15 बजे एसटीएफ को एक गुप्त सूचना मिली कि कुछ लोग मारुति फ्रोंक्स गाड़ी से गोसाईगंज क्षेत्र में अलग-अलग एटीएम बूथों से पैसे निकालने के इरादे से घूम रहे हैं। सूचना मिलते ही एसटीएफ की टीम सक्रिय हुई। एसटीएफ लखनऊ के पुलिस उपाधीक्षक धर्मेश कुमार शाही के पर्यवेक्षण में एक विशेष टीम गठित की गई। जिसमें निरीक्षक राघवेन्द्र सिंह, उपनिरीक्षक अतुल चतुर्वेदी और प्रदीप सिंह सहित अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे। इन अधिकारियों ने गोसाईगंज थाना क्षेत्र में घेराबंदी कर पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
कैसे हुआ खुलासा
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने खुलासा किया कि वे एक संगठित गिरोह के सदस्य हैं, जो देश के कई राज्यों में सक्रिय रहकर एटीएम बूथों पर इस अपराध को अंजाम देते हैं। वे ग्राहक के पीछे खड़े होकर उसका PIN कोड चुपचाप देख लेते हैं। फिर अचानक धक्का देकर या किसी बहाने से ग्राहक का ध्यान भटकाते हैं और उसका ATM कार्ड बदल देते हैं। बाद में दूसरे एटीएम बूथ में जाकर उस खाते से पूरी रकम निकाल लेते हैं। यह गैंग लंबे समय से इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहा था और हर बार अपना इलाका बदल देता था, जिससे पकड़ से बचा जा सके।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान
कब्जे से क्या-क्या मिला?
इन धाराओं में मुकदमा दर्ज
लखनऊ के गोसाईगंज थाना में इन आरोपियों के खिलाफ कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। इसमें BNS की धाराएं 3(5), 61(2)(A), 112, 313, 317(2) और 318(2) शामिल हैं। जो संगठित अपराध, धोखाधड़ी, साजिश और वित्तीय अपराधों से संबंधित हैं। स्थानीय पुलिस अब इस गिरोह के अन्य सदस्यों और इनके पुराने अपराधों की पड़ताल कर रही है। बैंक रिकॉर्ड, सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी विश्लेषण के जरिए गिरोह के पूरे नेटवर्क को उजागर करने का प्रयास जारी है।