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                        बाराबंकी में शुक्रवार को लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती मनाई गई। इस अवसर पर पटेल तिराहे से ऑडिटोरियम तक ‘रन फॉर यूनिटी’ का आयोजन किया गया। इस दौरान शहर ‘भारत माता की जय’ और ‘पटेल अमर रहें’ जैसे नारों से गूंज उठा। सरदार वल्लभभाई पटेल का असली नाम वल्लभभाई झावेरभाई पटेल था।
 
                                            सरदार पटेल की 150 वी जयंती पर रन फॉर यूनिटी का आयोजन
Barabanki: बाराबंकी में शुक्रवार को लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती मनाई गई। इस अवसर पर पटेल तिराहे से ऑडिटोरियम तक 'रन फॉर यूनिटी' का आयोजन किया गया। इस दौरान शहर 'भारत माता की जय' और 'पटेल अमर रहें' जैसे नारों से गूंज उठा।
कार्यक्रम में बीजेपी के कार्यकर्ता, स्कूली बच्चे और स्थानीय नागरिक बड़ी संख्या में शामिल हुए। जिला प्रशासन ने सुरक्षा और व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए थे। जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी और पुलिस प्रशासन के अधिकारी मौके पर मौजूद रहे। भाजपा जिला अध्यक्ष अरविंद मौर्या ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'वोकल फॉर लोकल' संदेश से प्रेरित होकर इस बार जयंती विशेष रूप से मनाई जा रही है।
उन्होंने कहा कि सरदार पटेल ने देश को एकता के सूत्र में बांधा था, और यह दौड़ उसी एकता व अखंडता का प्रतीक है। इस दौरान स्कूली बच्चों ने देशभक्ति गीतों और नारों के माध्यम से लोगों में देशप्रेम और एकता का संदेश दिया।
वही रामसनेहीघाट तहसील पर राज्यमंत्री सतीश शर्मा के नेतृत्व में तहसील से भिटरिया चौराहे तक रन फॉर यूनिटी का आयोजन किया गया।इस मौके पर एमएलसी अंगद सिंह भी मौजूद रहे।
सरदार वल्लभभाई पटेल का असली नाम वल्लभभाई झावेरभाई पटेल था। उनका जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के नडियाद में हुआ था।
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बता दें कि सरदार पटेल एक ऐसे नेता थे जिन्होंने केवल अपनी इच्छाशक्ति और राजनीतिक बुद्धि के बल पर 562 रियासतों को एकजुट कर भारत को टूटने से बचाया था। यही कारण है कि उनके मजबूत नेतृत्व की वजह से उन्हें लौहपुरुष भी कहा गया। इसी कड़ी में आज हम आपको उनसे जुड़ी कुछ रोचक बातें जानेंगे और साथ ही ये भी बताएंगे कि उन्हें 'सरदार' की उपाधि कैसे मिली।
जब सरदार वल्लभभाई पटेल महात्मा गांधी जी के साथ जुड़े थे तो उनका पूरा जीवन ही बदल गया था। वे गांधी जी के विचारों से इतने प्रभावित हो गए थे कि उन्होंने अपना सारा जीवन देश सेवा के लिए समर्पित कर दिया था।
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सरदार वल्लभभाई पटेल ने देश की स्वतंत्रता की लड़ाई में जनता को एकजुट किया था और ब्रिटिश शासन के खिलाफ एकता का संदेश लोगों के बीच फैलाया था। इसके अलावा उन्होंने अहमदाबाद किसान आंदोलन और 1928 में बारडोली सत्याग्रह का एकदम सफल नेतृत्व किया था जिसके बाद उन्हें'सरदार' की उपाधि मिली थी।
सरदार वल्लभभाई पटेल भारत के प्रथम गृहमंत्री थे
स्वतंत्रता मिलने के बाद सरदार वल्लभभाई पटेल देश के पहले गृहमंत्री और उपप्रधानमंत्री बने थे। उन्होंने कड़े संघर्ष के बाद हैदराबाद, जूनागढ़ और कश्मीर जैसी 562 रियासतों को जोड़कर देश को अखंड भारत बनाया था. इसी के बाद उन्हें 'Iron Man of India' की उपाधि मिली थी।
