गोरखपुर में बवाल: पूरा थाना सस्पेंड, STF चीफ अमिताभ यश मौके पर पहुंचे

रात करीब 9 बजे एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश भी गोरखपुर पहुंचे। उन्होंने पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली और अधिकारियों को हालात पर कड़ी नज़र रखने के निर्देश दिए।

Post Published By: Mayank Tawer
Updated : 16 September 2025, 9:43 PM IST
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Gorakhpur News: गोरखपुर में युवक की संदिग्ध मौत के बाद हालात बिगड़ गए। 17 घंटे तक चले बवाल ने पूरे इलाके में तनाव फैला दिया। परिजनों के आरोप और पुलिस के रवैये ने स्थिति को और गंभीर बना दिया। STF चीफ अमिताभ यश और एडीजी लॉ एंड ऑर्डर के हस्तक्षेप के बाद माहौल शांत हुआ, लेकिन पूरे थाना स्टाफ को निलंबित कर दिया गया।

युवक की संदिग्ध मौत से भड़का हंगामा

गोरखपुर में सोमवार रात युवक दीपक की मौत ने पूरे इलाके को हिला दिया। ग्रामीणों और परिजनों का आरोप था कि पुलिस मामले में ढिलाई बरत रही है और दोषियों को बचाने की कोशिश की जा रही है। इस घटना के बाद गुस्साए लोगों ने सड़क जाम कर दिया और जमकर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का कहना था कि जब तक पुलिस दोषियों पर कार्रवाई नहीं करती, वे आंदोलन जारी रखेंगे।

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STF चीफ ने संभाली स्थिति

लगातार बिगड़ते हालात को देखते हुए मंगलवार को STF चीफ अमिताभ यश मौके पर पहुंचे। उन्होंने मृतक के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें भरोसा दिलाया कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। इस आश्वासन के बाद परिजन और ग्रामीण कुछ हद तक शांत हुए और लगभग पांच घंटे बाद सड़क जाम खत्म हुआ।

पोस्टमॉर्टम के बाद बढ़ा विवाद

पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा गया। लेकिन विवाद उस समय और गहराया जब पुलिस ने परिजनों पर जल्दी दाह संस्कार का दबाव बनाया। ग्रामीणों और महिलाओं को यह रवैया नागवार गुज़रा और वे दोबारा आक्रोशित हो उठे। दोपहर लगभग 3:30 बजे हालात बेकाबू हो गए और पुलिस पर पथराव शुरू हो गया। इस तनावपूर्ण माहौल में भारी सुरक्षा इंतज़ामों के बीच शाम 4 बजे दीपक का अंतिम संस्कार कराया गया।

पुलिस पर गंभीर आरोप

परिजनों का आरोप था कि पुलिस शुरुआत से ही मामले को दबाने की कोशिश कर रही थी। पहले तो दोषियों की गिरफ्तारी में लापरवाही दिखाई गई, फिर शव घर आने के तुरंत बाद जबरन दाह संस्कार कराने का दबाव बनाया गया। इसी रवैये ने ग्रामीणों का गुस्सा और भड़का दिया।

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सख्त कार्रवाई और सस्पेंशन

तनावपूर्ण घटनाक्रम के बाद देर रात SSP राज करन नय्यर ने बड़ा कदम उठाते हुए जंगल धूषण चौकी इंचार्ज ज्योति नारायण तिवारी समेत चार पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। पूरे मामले की विभागीय जांच बैठा दी गई है। SSP ने साफ कहा कि दोषी पाए जाने वाले पुलिसकर्मियों पर कठोर कार्रवाई होगी।

एडीजी लॉ एंड ऑर्डर का दौरा

रात करीब 9 बजे एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश भी गोरखपुर पहुंचे। उन्होंने पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली और अधिकारियों को हालात पर कड़ी नज़र रखने के निर्देश दिए। साथ ही पशु तस्करों की गिरफ्तारी के लिए STF की टीम तैनात की गई। फिलहाल गांव में पुलिस और पीएसी का भारी बल मौजूद है ताकि दोबारा हालात न बिगड़ें।

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