मेरठ में महिला से मारपीट पुलिस को पड़ी भारी: अखिलेश यादव ने उठाया मुद्दा, विधायक अतुल प्रधान ने दी अनशन की चेतावनी

मेरठ में दलित समाज की महिलाओं के साथ कुछ पुलिस कर्मियों ने मारपीट की थी। जिसके बाद पूरे यूपी में यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज की यह रिपोर्ट

Post Published By: Mayank Tawer
Updated : 11 May 2025, 5:02 PM IST
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मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ में दलित समाज की महिलाओं के साथ पुलिस ने मारपीट की। जिसके बाद मामला गंभीर होता जा रहा है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी इस मुद्दे को उठाया हैं। वहीं, मेरठ में सरधना के विधायक अतुल प्रधान ने इस मामले में अनशन की चेतावनी पुलिस को दी। जिसके बाद मेरठ के एसएसपी ने पूरे मामले की जांच एसपी (क्राइम) को सौंप दी है। एसएसपी डॉ.विपिन ताडा का कहना है कि दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार, गांव लावड़ निवासी दो सगे भाई अनिल और सुशील बीते दिनों मकान निर्माण को लेकर आपस में बहस कर रहे थे। यह एक घरेलू मामूली विवाद था, जिसे परिवार खुद ही सुलझाने का प्रयास कर रहा था। उसी दौरान बाइक पर सवार दो पुलिसकर्मी वहां से गुजरते हुए रुक गए और बिना पूरी स्थिति समझे अनिल, सुशील और उनकी मां को जबरदस्ती चौकी ले जाने लगे। जब परिवार के लोगों ने विरोध करते हुए कहा कि यह आपसी मामला है और इसे घर में ही सुलझा लिया जाएगा तो पुलिसकर्मियों ने स्थानीय थाने में फोन कर अतिरिक्त फोर्स बुला ली।

विधायक अतुल प्रधान ने डाइनामाइट न्यूज से की बातचीत

डाइनामाइट न्यूज से खास बात करते हुए अतुल प्रधान ने कहा है कि समाजवादी पार्टी के द्वारा पुलिस को चेतावनी दी गई है। उसके बाद इस मामले की जांच एसपी (क्राइम) को सौंपी गई है। दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए एसएसपी मेरठ ने आश्वासन दिया है। उनका कहना है कि अगर पीड़ित परिवार को इंसाफ नहीं मिलेगा तो अनशन पर बैठ जाएगा। दूसरी तरफ इस मामले में समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव ने भी ट्वीट करते हुए दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

मारपीट, महिला उत्पीड़न और CCTV तोड़फोड़

ग्रामीणों का आरोप है कि मौके पर पहुंची पुलिस ने गली में लगे सभी सीसीटीवी कैमरे तोड़ दिए और महिलाओं के साथ अभद्रता करते हुए मारपीट की है। इसके बाद पीड़ित पक्ष के कुछ सदस्यों को जबरन थाने और चौकी ले जाया गया। आरोप है कि थाने में एक बार फिर उन्हें पीटा गया। इतना ही नहीं पुलिसकर्मियों ने पीड़ितों के खिलाफ ही उल्टा मुकदमा दर्ज कर दिया। जिससे गांव के लोगों में भारी आक्रोश है।

वीडियो वायरल

घटना के दौरान एक ग्रामीण ने पुलिस द्वारा की गई मारपीट का वीडियो बना लिया। जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में कथित तौर पर पुलिसकर्मियों को महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करते हुए देखा जा सकता है। इस वीडियो के सामने आने के बाद मामला और गंभीर हो गया है।

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