

एक दिल दहला देने वाली घटना ने गोरखपुर के बड़हलगंज थाना क्षेत्र को हिलाकर रख दिया है। स्थानीय दुर्गावती अस्पताल में कार्यरत एक महिला स्टाफ की फंदे से लटकी लाश मिलने से सनसनी फैल गई। मृतक महिला की पहचान चांदनी के रूप में हुई है, जो अस्पताल में रसोइया के तौर पर काम करती थी। इस दुखद घटना ने न केवल अस्पताल प्रशासन को झकझोर दिया, बल्कि चांदनी के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
दुर्गावती अस्पताल
Gorakhpur: एक दिल दहला देने वाली घटना ने गोरखपुर के बड़हलगंज थाना क्षेत्र को हिलाकर रख दिया है। स्थानीय दुर्गावती अस्पताल में कार्यरत एक महिला स्टाफ की फंदे से लटकी लाश मिलने से सनसनी फैल गई। मृतक महिला की पहचान चांदनी के रूप में हुई है, जो अस्पताल में रसोइया के तौर पर काम करती थी। इस दुखद घटना ने न केवल अस्पताल प्रशासन को झकझोर दिया, बल्कि चांदनी के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
डाइनामाइट न्यूज रिपोर्ट अनुसार, गुरुवार देर रात दुर्गावती अस्पताल परिसर में चांदनी का शव संदिग्ध परिस्थितियों में फंदे से लटका पाया गया। अस्पताल के कर्मचारियों ने तुरंत इसकी सूचना बड़हलगंज पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का जायजा लिया और शव को कब्जे में लिया। प्रारंभिक जांच में इसे आत्महत्या का मामला माना जा रहा है, लेकिन पुलिस हर पहलू की गहन छानबीन कर रही है।
सवाल बरकरार चांदनी के परिजनों का कहना है कि वह एक मेहनती और जिंदादिल महिला थी, जो अपने परिवार के लिए दिन-रात मेहनत करती थी। उनके अचानक इस तरह चले जाने से परिवार सदमे में है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है और वे इस बात से आहत हैं कि आखिर ऐसी क्या वजह थी कि चांदनी ने इतना बड़ा कदम उठाया। स्थानीय लोगों में भी इस घटना को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। क्या यह सिर्फ आत्महत्या थी, या इसके पीछे कोई और कहानी छिपी है?
बड़हलगंज पुलिस ने घटनास्थल को सील कर दिया है और फोरेंसिक टीम के आने का इंतजार कर रही है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि फोरेंसिक जांच और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर ही मौत के सही कारणों का पता चल सकेगा। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने की तैयारी की जा रही है। पुलिस ने परिजनों और अस्पताल के कर्मचारियों के बयान दर्ज करने शुरू कर दिए हैं ताकि इस मामले की तह तक जाया जा सके।
अस्पताल में मातम,समुदाय में शोक
दुर्गावती अस्पताल में इस घटना के बाद मातम का माहौल है। चांदनी की सहकर्मी और अन्य स्टाफ सदस्य इस सदमे से उबर नहीं पा रहे। स्थानीय समुदाय में भी इस घटना ने गहरी चोट पहुंचाई है। लोग चांदनी को एक हंसमुख और मददगार इंसान के रूप में याद कर रहे हैं।आगे क्या? यह घटना न केवल एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि समाज के लिए भी एक गंभीर सवाल खड़ा करती है। मानसिक स्वास्थ्य, कार्यस्थल का दबाव, और सामाजिक समर्थन की कमी जैसे मुद्दों पर फिर से विचार करने की जरूरत है। क्या चांदनी की जान बचाई जा सकती थी? यह सवाल हर किसी के मन में कौंध रहा है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें और जांच में सहयोग करें। हम इस मामले पर नजर बनाए हुए हैं और जल्द ही नए अपडेट्स के साथ आपके सामने होंगे