

अलीगढ़ में गोवंश तस्करी के आरोप में चार मीट व्यापारियों को भीड़ ने निशाना बनाया। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
सपा सांसद रामजीलाल सुमन
अलीगढ़: यूपी के अलीगढ़ में हाल ही में हुई एक भीड़ हिंसा की घटना ने एक बार फिर सामाजिक सौहार्द को चुनौती दी है। इस घटना में गोवंश तस्करी के आरोप में चार मीट व्यापारियों को भीड़ ने निशाना बनाया और उनके साथ बर्बरतापूर्ण मारपीट की। हमलावरों ने इन व्यापारियों को निर्वस्त्र कर जानलेवा हमला किया, जिससे चारों गंभीर रूप से घायल हो गए। इस मामले ने न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि राजनीतिक और सामाजिक हलकों में भी हलचल मचा दी है। समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद रामजीलाल सुमन ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए घायलों से मिलने के लिए मेडिकल कॉलेज का दौरा किया और इसे एक सुनियोजित साजिश का हिस्सा बताया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, सांसद रामजीलाल सुमन ने इस घटना को लेकर मौजूदा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार का मकसद समाज को हिंदू और मुस्लिम में बांटना है।
निर्दोष लोगों को बनाया जा रहा निशाना
रामजीलाल सुमन ने दावा किया कि गोवंश तस्करी के नाम पर निर्दोष लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने हमलावरों को कातिल करार देते हुए कहा कि उनका असली धंधा गोकशी के नाम पर लोगों से चौथ वसूली करना है। सांसद ने कहा कि इस घटना की जितनी निंदा की जाए उतनी कम है। उन्होंने कहा कि अपराधियों के मन मुताबिक यह सरकार कार्य कर रही है और अपराधियों को लगता है कि यह उनके दिल की सरकार है, उनके मन की सरकार है, जिसके कारण वे बेखौफ होकर इस तरह की हरकतें कर रहे हैं। उन्होंने सरकार पर अपराधियों के मन मुताबिक काम करने का आरोप लगाया और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की।
आरोपियों को गिरफ्तार कर भेजा गया जेल
वहीं, इस मामले में अतरौली के सर्कल ऑफिसर (CO) सर्जना सिंह ने बताया कि मीट व्यापारियों के साथ मारपीट करने वाले चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि जब्त किए गए मीट की लैब जांच की गई, जिसमें गोवंश होने की पुष्टि नहीं हुई। इस आधार पर पुलिस ने मामले में आगे की वैधानिक कार्रवाई शुरू कर दी है। CO ने आश्वासन दिया कि इस मामले में कानून के अनुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।