

‘मिशन शक्ति’ अभियान के तहत फतेहपुर की खागा तहसील में एक अनूठी पहल की गई। प्राथमिक विद्यालय मलूकपुर की कक्षा 4 की छात्रा जयशिका मौर्य को एक दिन के लिए उप जिलाधिकारी बनाया गया। इस दौरान उन्होंने कहा कि वह भविष्य में आईएएस अधिकारी बनकर देश की सेवा करना चाहती हूं।
छात्रा जयशिका मौर्य बनी एसडीएम
Fatehpur: फतेहपुर में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से चल रहे ‘मिशन शक्ति’ अभियान के तहत फतेहपुर जिले की खागा तहसील में एक अनूठी पहल की गई। प्राथमिक विद्यालय मलूकपुर की कक्षा 4 की छात्रा जयशिका मौर्य को एक दिन के लिए उप जिलाधिकारी (एसडीएम) बनाया गया।
एक दिन की एसडीएम बनी जयशिका ने तहसील कार्यालय पहुंचकर प्रशासनिक कार्यों की जानकारी ली और अधिकारियों के साथ बैठकों में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि वह भविष्य में आईएएस अधिकारी बनकर देश की सेवा करना चाहती हैं और यह सुनिश्चित करना चाहती हैं कि सरकारी योजनाओं का लाभ गरीब और जरूरतमंद परिवारों तक पहुंचे।
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इस पहल का उद्देश्य छात्राओं में नेतृत्व क्षमता विकसित करना और उन्हें प्रशासनिक जिम्मेदारियों से अवगत कराना है। खागा तहसील, जो फतेहपुर जिले की तीन प्रमुख तहसीलों में से एक है, में लगभग 551 गांव आते हैं और इसकी कुल आबादी करीब 7.86 लाख है।
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ऐसे आयोजन छात्राओं के आत्मविश्वास को बढ़ाने के साथ-साथ समाज में महिलाओं की भागीदारी और नेतृत्व की भावना को सशक्त बनाते हैं। हाल ही में प्रदेश के अन्य जिलों में भी इसी तरह छात्राओं को एक दिन के लिए डीएम, एसपी और थानेदार जैसी जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं, जिससे उन्हें वास्तविक प्रशासनिक अनुभव प्राप्त हो रहा है।
"मिशन शक्ति" एक सरकारी पहल है जो मुख्य रूप से महिलाओं की सुरक्षा, संरक्षण और सशक्तिकरण पर केंद्रित है। इसके दो अलग-अलग लेकिन संबंधित अर्थ हैं: भारत सरकार की एक व्यापक पहल जो महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए है, और 2019 में भारत का एंटी-सैटेलाइट (ASAT) हथियार परीक्षण, जिसे इसी नाम से जाना जाता है।इस पहल का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को सुरक्षा, संरक्षण और आत्मनिर्भरता के माध्यम से सशक्त बनाना है। इसमें जागरूकता बढ़ाना, सुरक्षित वातावरण बनाना और प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाना शामिल है।
मिशन शक्ति के अंतर्गत प्रदेश में महिला एवं बाल विकास विभाग, गृह, सहित 28 विभागों तथा समाज-सेवी संस्थायें तथा शैक्षणिक संस्थानों द्वारा प्रतिभाग किया जा रहा है। अभियान के प्रथम 4 चरणों में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा विभिन्न विभागों के समन्वय से 9 करोड़ से अधिक जन-सामान्य तक पहुंच कर उन्हें प्रदेश सरकार द्वारा संचालित योजनाओं तथा कार्यक्रमों से अवगत कराया गया है।