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शाहपुर थाना पुलिस ने मात्र एक घंटे में गुमशुदा बालक को सकुशल बरामद कर परिवार को सौंपा। रात की देर में हुई इस त्वरित कार्रवाई ने न केवल पुलिस की तत्परता साबित की, बल्कि परिजनों की चिंता भी दूर की। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय पूछताछ के जरिए बच्चे को सुरक्षित ढूंढा।
पुलिस ने बच्चे को परिजनों को सौंपा
Gorakhpur: गोरखपुर की शाहपुर थाना पुलिस ने एक बार फिर अपनी सतर्कता और संवेदनशीलता का परिचय देते हुए मात्र एक घंटे के भीतर गुमशुदा 12 वर्षीय बालक को सकुशल बरामद किया। यह घटना शुक्रवार देर रात हुई, जब परिजनों ने बच्चे के अचानक गायब होने की सूचना पुलिस को दी।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, दिनांक 5 से 6 दिसंबर की रात लगभग 12:30 बजे शाहपुर थाने में सूचना मिली कि एक महिला अपने 12 वर्षीय बेटे के साथ थाना क्षेत्र में स्थित एक एल्यूमिनियम फैक्ट्री में आई थी। शाम लगभग 6 बजे उसका बेटा बिना बताए कहीं गायब हो गया। फैक्ट्री परिसर और आसपास की खोजबीन के बावजूद उसका कोई पता नहीं चला। परेशान मां ने तुरंत पुलिस को सूचित किया।
सूचना मिलते ही प्रभारी निरीक्षक नीरज कुमार राय ने मामले को गंभीरता से लिया और तुरंत पुलिस टीम को सक्रिय किया। टीम ने संभावित इलाकों में तलाशी अभियान शुरू किया और रातभर कई स्थानों पर चेकिंग की। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा की और स्थानीय लोगों से पूछताछ की। रूट मार्किंग के आधार पर बच्चे की खोज जारी रही।
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लगातार प्रयासों के बाद सफलता तब मिली जब पुलिस टीम ने सब्जी मंडी हड़हवा फाटक के पास बच्चे को सुरक्षित अवस्था में पाया। उसे तुरंत पुलिस अभिरक्षा में लेकर थाने लाया गया और परिजनों को इसकी सूचना दी गई। महज एक घंटे में बच्चे के मिलने से परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई और उनकी आंखों में आंसू छलक पड़े।
पुलिस द्वारा बरामदगी में प्रभारी निरीक्षक नीरज कुमार राय, उपनिरीक्षक गौरव राय, चौकी प्रभारी हड़हवा फाटक, कांस्टेबल इंदल कुमार और कांस्टेबल प्रदीप चौधरी शामिल थे। पुलिस टीम की सतर्कता और संवेदनशीलता की पीड़ित परिवार ने खुले दिल से सराहना की।
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वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर ने इस कार्रवाई पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि यह पुलिस की तत्परता और सामाजिक जिम्मेदारी का उत्कृष्ट उदाहरण है। उन्होंने कहा कि जनपद पुलिस केवल कानून व्यवस्था ही नहीं बल्कि मानवीय सरोकारों को भी प्राथमिकता देती है।