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बिल्ली मारकुंडी खनन क्षेत्र में बड़ा हादसा उस समय हुआ जब ड्रिलिंग के दौरान भारी पत्थर टूटकर मजदूरों पर गिर गया। कई मजदूर मलबे में दब गए, जबकि मौके पर पुलिस और प्रशासन राहत-बचाव कार्य में जुटे हैं। हादसे ने गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
सोनभद्र में बड़ा खनन हादसा
Sonbhadra: उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब ओबरा थाना क्षेत्र के बिल्ली मारकुंडी खनन क्षेत्र स्थित कृष्णा माइनिंग वर्क्स में बड़ा हादसा हो गया। कंप्रेशन मशीन से ड्रिलिंग के दौरान अचानक भारी चट्टान दरककर नीचे गिर गई, जिससे कई मजदूर मलबे में दब गए। हादसे के वक्त लगभग 9 लोग ड्रिलिंग प्रक्रिया में शामिल थे। हादसे का समय और घटना की गंभीरता इस बात का संकेत है कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।
यह हादसा उस समय और भी चौंकाने वाला हो गया जब जानकारी सामने आई कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कुछ घंटे पहले ही सोनभद्र जिले के दौरे पर थे। मुख्यमंत्री का सभास्थल दुर्घटना स्थल से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर था। स्थानीय लोगों ने बताया कि सीएम के लौटते ही खदान क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं। खदान क्षेत्र पहले भी हादसों की चपेट में आता रहा है, लेकिन इस घटना ने एक बार फिर खनन सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता पैदा कर दी है।
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घटना उस समय हुई जब मजदूर खदान में सामान्य प्रक्रिया के तहत कंप्रेशन मशीन से होल कर रहे थे। अचानक नीचे की लेयर में कमजोरी आने के कारण बड़ा पत्थर का हिस्सा टूटकर गिर गया। गिरते हुए पत्थर की चपेट में आने से कई मजदूर मौके पर ही दब गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आवाज इतनी तेज थी कि आसपास काम कर रहे मज़दूर पल भर में भागकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचे, लेकिन जो मजदूर पत्थर के ठीक नीचे थे, वे बच नहीं सके।
हादसे की सूचना मिलते ही आसपास के मजदूर और ठेकेदार मौके पर पहुंचे। कुछ मजदूरों को तुरंत बाहर निकाल लिया गया, जबकि कई अब भी मलबे में फंसे हुए हैं। जैसे ही यह खबर गांवों में पहुंची, मजदूरों के परिजन घटनास्थल पर पहुंच गए। वहां चीख-पुकार मच गई। महिलाएं बेसुध होती दिखीं तो बच्चे रोते हुए अपने पिता और भाइयों को खोजते नज़र आए।
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ओबरा पुलिस और जिला प्रशासन की टीम घटनास्थल पर तुरंत पहुंची। जेसीबी और रेस्क्यू के अन्य संसाधनों की मदद से मलबा हटाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। एसडीएम, तहसीलदार और खनन विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे हैं और राहत कार्य की निगरानी कर रहे हैं। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को भी अलर्ट पर रखा गया है।
हादसे के बाद प्रशासन ने घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं। खनन विभाग से रिपोर्ट मांगी गई है। जिलाधिकारी ने कहा है कि लापरवाही सामने आने पर खदान संचालक पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।