गोरखपुर पुलिस की बड़ी कार्रवाई, फर्जी दस्तावेजों से विदेश भेजने वाला गैंग गिरफ्तार

गोरखपुर पीपीगंज पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए फर्जी दस्तावेजों से विदेश भेजने वाला गैंग का भंडाफोड़ किया हैं। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: Rohit Goyal
Updated : 20 June 2025, 4:26 PM IST
google-preferred

गोरखपुर: जनपद के पीपीगंज थाना क्षेत्र में फर्जीवाड़े का एक बड़ा खुलासा हुआ है। विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर जनता को ठगने वाले गिरोह के खिलाफ पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए तीन शातिर अपराधियों को चिह्नित किया है। यह गिरोह अवैध वीजा, फर्जी कंपनी के बुलावा पत्र और नकली एयर टिकट के माध्यम से सैकड़ों लोगों को चूना लगा चुका है।

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता अनुसार इस गैंग का सरगना चन्दन यादव है, जो अपने दो साथियों — निकेतन त्रिपाठी और अभयनाथ मौर्या के साथ मिलकर "शीतल ट्रेनिंग एंड ट्रेड सेंटर" नाम से फर्जी कंपनी चलाता था। इस कंपनी के जरिए लोगों को साउथ अफ्रीका सहित कई देशों में नौकरी का झांसा देकर लाखों रुपये की ठगी की गई। पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि यह गैंग लंबे समय से गोरखपुर सहित पूर्वांचल के कई क्षेत्रों में सक्रिय था।

गैंगस्टर एक्ट में दर्ज हुआ केस

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर राज करन नैयर के निर्देश पर चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत पुलिस अधीक्षक उत्तरी व क्षेत्राधिकारी कैम्पियरगंज के नेतृत्व में पीपीगंज थाना प्रभारी ने गिरोह के खिलाफ मुकदमा संख्या 204/2025 के तहत गैंगस्टर एक्ट की धारा 3(1), 2(b)(i), 2(b)(xi), 2(b)(xiii) के अंतर्गत कार्रवाई की।

चौंकाने वाला आपराधिक इतिहास

गैंग लीडर चन्दन यादव के खिलाफ विभिन्न थानों में कुल 15 मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें धोखाधड़ी, जालसाजी, धमकी, मारपीट और प्रवासी अधिनियम तक की धाराएं शामिल हैं।
निकेतन त्रिपाठी और अभयनाथ मौर्या पर भी दर्जनों मुकदमे पहले से ही दर्ज हैं, जिनमें फर्जी दस्तावेज तैयार करना, ठगी, व मारपीट प्रमुख हैं।

जांच में सामने आई चौंकाने वाली बातें

गिरोह अवैध तरीके से वीजा और टिकट तैयार कर बेरोजगारों से मोटी रकम वसूलता था।

फर्जी कंपनी के नाम पर भरोसा दिलाकर लोगों को साउथ अफ्रीका भेजने का सपना दिखाया जाता था।

ठगी के बाद पीड़ितों को धमकाया भी जाता था, जिससे अधिकांश लोग थाने जाने से डरते थे।

गोरखपुर का पहला पंजीकृत "धोखाधड़ी गैंग"

यह गैंग गोरखपुर का पहला ऐसा गिरोह बना है, जिसे विशेष रूप से "धोखाधड़ी गैंग" के रूप में चिह्नित कर डी-01/2025 नंबर दिया गया है।

पुलिस की चेतावनी

जनता से अपील की गई है कि किसी भी प्रकार की नौकरी या विदेश जाने के नाम पर मांगे गए पैसों से पहले दस्तावेजों की जांच कराएं और किसी भी संदेह की स्थिति में तुरंत पुलिस को सूचित करें।

Location : 

Published :