

खेरागढ़ क्षेत्र में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुए हादसे में 13 युवक उटंगन नदी में डूब गए। घटना के बाद गांव में मातम का माहौल है। प्रशासन ने राहत-बचाव कार्य में तेजी दिखाते हुए गोताखोरों को मौके पर भेजा। चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग भागकर पहुंचे।
दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान बड़ा हादसा
Agra: आगरा के खेरागढ़ क्षेत्र में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान बड़ा हादसा हुआ, जिसमें 13 युवक उटंगन नदी में डूब गए। यह दर्दनाक घटना गुरुवार दोपहर की है, जब कुसियापुर डूगरवाला गांव के ग्रामीण प्रतिमा विसर्जन के लिए नदी किनारे पहुंचे थे।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, मूर्ति को जल में प्रवाहित करने के लिए 13 युवक गहरे पानी में उतरे थे, लेकिन तेज धारा और गहराई का अंदाजा न होने से वे सभी डूब गए।
घटना के बाद अफरातफरी मच गई। चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग भागकर पहुंचे। ग्रामीणों ने साहसिक कदम उठाते हुए एक युवक विष्णु को बाहर निकाला और उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू किया। गोताखोरों ने नदी में तलाशी अभियान चलाया, जिसके बाद दो शव, ओमपाल और गगन के बरामद किए गए। बाद में मनोज नामक एक नाबालिग का शव भी नदी से निकाला गया।
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अब तक इस हादसे में तीन लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 9 युवक अब भी लापता हैं। इनमें से पांच नाबालिग बताए जा रहे हैं। घटना के बाद गांव में मातम का माहौल छा गया। हर घर से शोक की आवाजें आ रही हैं। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन को इस तरह के विसर्जन स्थलों पर पहले से सुरक्षा और राहत-बचाव इंतजाम करना चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।
इस हादसे के बाद स्थानीय ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि एसडीआरएफ समय पर मौके पर नहीं पहुंची, जिसके बाद गुस्साए ग्रामीणों ने जाम लगा दिया। ग्रामीणों के आक्रोश को शांत करने के लिए जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी और डीसीपी पश्चिमी जोन अतुल शर्मा मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से बातचीत कर स्थिति को शांत किया। दो घंटे बाद ही माहौल काबू में आ सका।
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कुसियापुर गांव में नवरात्र के दौरान चामड़ माता मंदिर पर मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की गई थी। विसर्जन के दिन परंपरानुसार बड़ी संख्या में ग्रामीण नदी के किनारे पहुंचे थे, लेकिन किसी ने भी नहीं सोचा था कि यह खुशी का पर्व मातम में बदल जाएगा। प्रशासन और पुलिस की टीमें रातभर नदी के किनारे डटी रही और गोताखोरों ने लगातार लापता युवकों की तलाश जारी रखी।