

उत्तर प्रदेश में फिर एक बार कोरोना महामारी का दौर शुरू हो गया है। जिससे शहर में दहशत का माहौल है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
लखनऊ में कोरोना के मिले मामले
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस एक बार फिर सिर उठाता नजर आ रहा है। राजधानी लखनऊ से आई ताजा रिपोर्ट ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 4 नए मामले सामने आए हैं, जिससे स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। इन चार मामलों में 2 पुरुष और 2 महिलाएं शामिल हैं, जिनकी पहचान सदर, गोमती नगर, कैंट रोड और रायबरेली रोड इलाके से हुई है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, स्वास्थ्य विभाग ने सभी संक्रमितों को तत्काल प्रभाव से होम आइसोलेशन में भेज दिया है और उनकी कड़ी निगरानी शुरू कर दी गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह शुरुआती लहर हो सकती है, जिसे नजरअंदाज करने पर स्थिति बिगड़ सकती है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों से सतर्क रहने, अनावश्यक भीड़भाड़ से बचने और लक्षण दिखने पर तुरंत जांच कराने की अपील की है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, स्वास्थ्य विभाग लगातार निगरानी बढ़ा रहा है। वहीं, प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने लोगों से अपील की है कि कोविड के मामलों से घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों के मुताबिक फिलहाल कोविड के लक्षण सामान्य सर्दी-जुकाम और बुखार तक ही सीमित हैं।
हालांकि, बुजुर्गों और पहले से गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों को विशेष एहतियात बरतने की सलाह दी गई है। सरकार ने किए हैं सभी इंतजाम बृजेश पाठक ने भरोसा दिलाया कि प्रदेश सरकार ने कोविड से निपटने के लिए सभी जरूरी इंतजाम किए हैं। अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में बेड, ऑक्सीजन, दवाइयां और जांच की सुविधाएं उपलब्ध हैं।
दूसरी ओर, स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों से मास्क पहनने, सामाजिक दूरी बनाए रखने और बार-बार हाथ धोने जैसी सावधानियों का पालन करने की अपील की है। कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए जांच और कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग को और तेज कर दिया गया है। लखनऊ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि सभी मरीजों की निगरानी की जा रही है और उनके संपर्क में आए लोगों की भी जांच की जा रही है।
इतना ही नहीं, विभाग ने नागरिकों से अनुरोध किया है कि अगर उन्हें बुखार, खांसी या सांस लेने में तकलीफ जैसे कोविड-19 के लक्षण हों तो वे तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें। सरकार और स्वास्थ्य विभाग की सतर्कता और जनता के सहयोग से कोविड को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।