

कानपुर में एक युवक ने लिव-इन में रह रही प्रेमिका की गला घोंटकर हत्या कर दी और शव को सूटकेस में भरकर बांदा में यमुना नदी में फेंक दिया। आरोपी सूरज ने पुलिस को बताया कि उसने अपनी दूसरी गर्लफ्रेंड के कहने पर माही की हत्या की।
आकांक्षा का फाइल फोटो
Kanpur: उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। लिव-इन रिलेशनशिप में रह रही 20 वर्षीय युवती आकांक्षा उर्फ माही की उसके बॉयफ्रेंड सूरज कुमार ने गला घोंटकर हत्या कर दी। हत्या के बाद आरोपी ने अपने दोस्त के साथ मिलकर शव को एक सूटकेस में बंद किया और फिर 100 किलोमीटर दूर बांदा जिले की यमुना नदी में फेंक दिया।
पुलिस ने घटना के करीब दो महीने बाद पूरे मामले का खुलासा किया है। पूछताछ में आरोपी ने अपना गुनाह कबूल करते हुए चौंकाने वाला खुलासा किया "मेरी एक और गर्लफ्रेंड है, जिसे आकांक्षा के बारे में पता चल गया था। उसी के कहने पर मैंने माही को मार दिया।"
कानपुर देहात के रूरा थाना क्षेत्र के सुजनीपुर गांव की रहने वाली आकांक्षा अपनी बड़ी बहन के साथ बर्रा स्थित एक रेस्टोरेंट में काम करती थी। इसी दौरान उसकी मुलाकात फतेहपुर जिले के हरिखेड़ा गांव निवासी सूरज कुमार से इंस्टाग्राम के माध्यम से हुई। दोनों की दोस्ती जल्द ही प्रेम संबंध में बदल गई और फिर आकांक्षा, सूरज के साथ हनुमंत विहार में किराए पर रहने लगी।
आकांक्षा की मां विजयश्री ने बताया कि दो महीने पहले सूरज ने माही को बर्रा का रेस्टोरेंट छोड़कर हमीरपुर रोड पर काम करने को कहा। इसके बाद से वह बड़ी बहन से अलग हो गई और लिव-इन में रहने लगी। फिर वह अचानक गायब हो गई।
बीते 8 अगस्त को माही की मां ने हनुमंत विहार थाने में अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई। शुरुआत में पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की तो पीड़िता की मां कमिश्नर ऑफिस गई। इसके बाद आरोपी सूरज पर अपहरण का केस दर्ज किया गया। पुलिस ने सूरज को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की, तब जाकर उसने हत्या की बात कबूल कर ली।
पूछताछ में सूरज ने बताया कि 21 जुलाई को उसने आकांक्षा को मिलने के लिए रेस्टोरेंट बुलाया। वहां दोनों के बीच वॉट्सऐप चैट को लेकर झगड़ा हुआ, जिसमें आकांक्षा ने उसकी दूसरी गर्लफ्रेंड की चैट पढ़ ली थी। झगड़ा इतना बढ़ गया कि रात में जब वे अपने कमरे में पहुंचे तो वहां भी कहासुनी हुई। इसके बाद सूरज ने अपने दोस्त आशीष कुमार को बुलाया। शव को सूटकेस में भरकर बाइक से बांदा के चिल्ला पुल ले गए और रात करीब ढाई बजे यमुना नदी में फेंक दिया।
हत्या के बाद भी सूरज ने परिवार वालों को गुमराह करने का प्रयास किया। वह आकांक्षा के मोबाइल से परिवार को मैसेज भेजता रहा और उनके मैसेज का जवाब भी देता रहा, जिससे यह लगे कि माही जिंदा है। लेकिन मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस को सूरज पर शक हुआ। सख्ती से पूछताछ में वह टूट गया और सारी सच्चाई सामने आई। पकड़े जाने के डर से सूरज ने आकांक्षा का मोबाइल कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर ट्रेन में छोड़ दिया था।