

कन्नौज जिले के ठठिया थाना क्षेत्र में अवैध खनन के मामले में कार्रवाई के दौरान एक सिपाही पर खनन माफियाओं से पैसे लेने का आरोप लगा। वायरल वीडियो और जांच रिपोर्ट के आधार पर एसपी विनोद कुमार ने तत्काल प्रभाव से सिपाही अंकुर को लाइन हाजिर कर दिया है।
एसपी विनोद कुमार
ठठिया थाना क्षेत्र में शुक्रवार को सीओ कुलवीर सिंह और खनन अधिकारी स्वप्नेश पटेल ने गुप्त सूचना के आधार पर अचानक छापेमारी की। इस कार्रवाई की खास बात यह रही कि स्थानीय पुलिस को इसकी पूर्व सूचना नहीं दी गई थी। छापेमारी के दौरान अवैध रूप से खनन कर रही एक जेसीबी मशीन को मौके पर पकड़ा गया और थाने लाकर खड़ा किया गया। इसके बाद माइनिंग एक्ट के तहत सीज करने की प्रक्रिया अपनाई गई।
उधर, जब खनन माफिया थाने पहुंचे तो उन्होंने सिपाही अंकुर पर आरोप लगाया कि उसने खनन करने की अनुमति देने के नाम पर आठ हजार रुपये लिए हैं। इसी आरोप को लेकर थाने के बाहर हंगामा हुआ और वहीं से किसी राहगीर ने इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वीडियो के सामने आते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया।
वीडियो वायरल होने और हंगामे के बाद एसपी विनोद कुमार ने मामले की जांच का जिम्मा सीओ तिर्वा को सौंपा। जांच में सिपाही अंकुर की भूमिका संदिग्ध और खनन से जुड़े आरोपों में लिप्तता पाई गई। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद एसपी ने बिना देर किए शुक्रवार रात 10 बजे सिपाही अंकुर को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर करने का आदेश जारी कर दिया।
एसपी ने स्पष्ट किया कि पुलिस महकमे में भ्रष्टाचार और अवैध कार्यों में संलिप्तता को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि कोई भी पुलिसकर्मी अपराधियों से सांठगांठ करता पाया जाता है तो उस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना ने पुलिस विभाग की साख पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। खनन माफिया द्वारा थाने के बाहर खुलेआम रिश्वत लेने का आरोप लगाना और उसका वीडियो वायरल होना इस ओर इशारा करता है कि अवैध खनन पर सख्त नियंत्रण अभी भी एक चुनौती है।
ब्लॉक स्तर पर प्रशासनिक अधिकारियों और स्थानीय लोगों ने एसपी की त्वरित कार्रवाई की सराहना की है। लोगों का कहना है कि यदि इसी तरह से समय पर कार्रवाई होती रही तो क्षेत्र में अवैध गतिविधियों पर लगाम लगाई जा सकती है।