

कालपी तहसील में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने आमजन की समस्याओं को गंभीरता के साथ सुना। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन
जालौन: यूपी के जालौन जिले की कालपी तहसील में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में जिलाधिकारी (DM) राजेश कुमार पाण्डेय और पुलिस अधीक्षक (SP) डॉ. दुर्गेश कुमार ने आमजन की समस्याओं को गंभीरता के साथ सुना। इस अवसर पर विभिन्न विभागों से संबंधित कुल 65 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से 7 शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, दोनों अधिकारियों ने संबंधित विभागों को त्वरित और प्रभावी कार्रवाई के लिए कड़े निर्देश दिए, जिससे जनता को समयबद्ध न्याय मिल सके। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य जनता की समस्याओं का त्वरित समाधान और उनकी शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित करना था।
जिलाधिकारी ने दिए निर्देश
इस दौरान, जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने सभी अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि जनसमस्याओं के समाधान में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने विशेष रूप से चकरोड से जुड़ी शिकायतों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा और उपजिलाधिकारी, क्षेत्राधिकारी, तहसीलदार और लेखपाल सहित अन्य राजस्व अधिकारियों को निर्देशित किया कि इन शिकायतों का एक विशेष अभियान चलाकर 15 दिनों के भीतर निस्तारण किया जाए। उन्होंने जोर देकर कहा कि संपूर्ण समाधान दिवस का उद्देश्य जनता को त्वरित और पारदर्शी न्याय प्रदान करना है। इसके लिए सभी विभागीय अधिकारियों को अपनी जिम्मेदारियों को पूरी संवेदनशीलता के साथ निभाने की आवश्यकता है।
वहीं पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार ने कानून-व्यवस्था और जनसुरक्षा से जुड़ी शिकायतों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग को जनता की सुरक्षा से संबंधित मामलों में प्राथमिकता के साथ कार्रवाई करनी होगी। इसके साथ ही, उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि शिकायतों का निस्तारण न केवल त्वरित हो, बल्कि प्रभावी और निष्पक्ष भी हो। पुलिस अधीक्षक ने यह भी जोड़ा कि जनता का विश्वास जीतने के लिए पुलिस को संवेदनशील और सक्रिय दृष्टिकोण अपनाना होगा।
ये रहे उपस्थित
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी (CDO) राजेंद्र कुमार श्रीवास, मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ. नरेंद्र देव शर्मा, प्रभागीय वनाधिकारी प्रदीप कुमार, उपजिलाधिकारी सुशील सिंह, परियोजना निदेशक अखिलेश तिवारी और जिला विकास अधिकारी निशांत पाण्डेय सहित कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। सभी अधिकारियों ने विभिन्न विभागों से संबंधित शिकायतों को गंभीरता से सुना और उनके निस्तारण के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।