

कोंच नगर में सनसनीखेज डकैती मामले में पुलिस कोई ठोस सुराग नहीं जुटा पाई है, इससे नाराज सर्राफा व्यापारियों का गुस्सा अब सड़कों पर फूट पड़ा है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
धरना प्रदर्शन करते लोग
जालौन: यूपी के जालौन के कोंच नगर में 15 मई को दिनदहाड़े नवीन ज्वेलर्स की दुकान पर हुई सनसनीखेज डकैती की घटना को एक सप्ताह से अधिक समय बीत चुका है, लेकिन पुलिस अब तक इस मामले में कोई ठोस सुराग नहीं जुटा पाई है। इस देरी से नाराज सर्राफा व्यापारियों का गुस्सा अब सड़कों पर फूट पड़ा है। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल की कोंच इकाई के नेतृत्व में सर्राफा व्यापारी लगातार दूसरे दिन भी धरने पर बैठे हैं और डकैती के खुलासे की मांग कर रहे हैं। व्यापारियों ने साफ कर दिया है कि जब तक इस मामले का खुलासा नहीं होता और दोषियों को सजा नहीं मिलती, उनका आंदोलन जारी रहेगा।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, धरने का नेतृत्व कर रहे उद्योग व्यापार मंडल के वरिष्ठ नेता अनिल अग्रवाल (दतिया वाले), नगर अध्यक्ष संजय लोहिया, सर्राफा व्यापारी पवन सोनी, बिलाल अहमद और अन्य प्रमुख व्यापारी इस प्रदर्शन में शामिल हैं। बड़ी संख्या में व्यापारी धरने पर बैठकर अपनी एकजुटता दिखा रहे हैं। प्रदर्शनकारी व्यापारियों ने प्रशासन पर दबाव बढ़ाते हुए कहा कि इस घटना ने पूरे कोंच के व्यापारी समुदाय में दहशत फैला दी है और उनकी सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
जानें क्या है पूरा मामला
15 मई को हुई इस डकैती में नकाबपोश बदमाश हथियारों से लैस होकर नवीन ज्वेलर्स की दुकान में घुसे थे। उन्होंने दुकान से लाखों रुपये के आभूषण लूट लिए और आसानी से फरार हो गए। इस घटना के बाद से कोंच के सर्राफा बाजार में तनाव का माहौल बना हुआ है। व्यापारियों ने प्रशासन को इस मामले के खुलासे के लिए तीन दिन का अल्टीमेटम दिया था, जिसके जवाब में पुलिस ने दो दिन का अतिरिक्त समय मांगा था। हालांकि, यह समय भी बीत चुका है, लेकिन न तो कोई आरोपी गिरफ्तार हुआ और न ही पुलिस इस मामले में कोई पुख्ता जानकारी दे पाई है।
इस विफलता से व्यापारियों का आक्रोश और बढ़ गया है। उनका कहना है कि दिनदहाड़े हुई इस डकैती ने न केवल उनकी सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं, बल्कि पूरे बाजार की आर्थिक गतिविधियों को भी ठप कर दिया है। धरने पर बैठे व्यापारियों की प्रमुख मांग है कि पुलिस जल्द से जल्द इस डकैती का खुलासा करे, दोषियों को कड़ी सजा दिलाए और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस सुरक्षा इंतजाम किए जाएं।
फिलहाल, कोंच का सर्राफा बाजार पूरी तरह बंद है और व्यावसायिक गतिविधियां ठप पड़ी हैं। व्यापारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, वे अपने आंदोलन को और तेज करेंगे। दूसरी ओर, पुलिस प्रशासन की ओर से इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, जिससे व्यापारियों की चिंता और बढ़ रही है। इस घटना ने स्थानीय प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।