

जिले में महाव नाला की मरम्मत व सिल्ट सफाई कार्य में हुई लापरवाही ने बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। नौतनवा विधायक ऋषि त्रिपाठी की शिकायत के बाद विभाग ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दो जेई को हटा दिया और ठेकेदार का भुगतान रोक दिया। अब इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की संभावना जताई जा रही है। जानिए डाइनामाइट न्यूज पर पूरी खबर
विधायक ऋषि त्रिपाठी
Maharajganj: जिले के महाव नाला प्रकरण में बड़ी कार्रवाई सामने आई है। सिल्ट सफाई और मरम्मत कार्य में अनियमितताओं की शिकायत के बाद सिंचाई विभाग ने सख्ती दिखाते हुए दो जूनियर इंजीनियरों को हटा दिया है और संबंधित ठेकेदार का भुगतान रोक दिया गया है। यह कदम नौतनवा विधायक ऋषि त्रिपाठी की पहल पर उठाया गया है। अब विभागीय स्तर पर उच्चस्तरीय जांच की संभावना भी जताई जा रही है।
22 अगस्त को महाव नाला पानी के दबाव के कारण अपने उच्चतम स्तर 12.5 फीट पर बहने लगा। दबाव इतना बढ़ा कि नाला देवघट्टी के पास टूट गया। इससे हजारों की आबादी पर खतरा मंडराने लगा। हालात को काबू में करने के लिए जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा, एसडीएम और गोरखपुर से अधीक्षण अभियंता मौके पर पहुंचे और टूटे हिस्से की तुरंत मरम्मत कराई गई। हालांकि, इस घटना ने नाले की मरम्मत और सिल्ट सफाई कार्य की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए।
23 अगस्त को नौतनवा विधायक ऋषि त्रिपाठी ने मौके पर पहुंचकर स्वयं निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि नाले की सफाई और मरम्मत कार्य बेहद लापरवाही से किए गए थे। उन्होंने इसे जनजीवन के लिए गंभीर खतरा बताते हुए गोरखपुर स्थित अधीक्षण अभियंता से औपचारिक शिकायत दर्ज कराई। विधायक का कहना था कि अगर समय रहते गुणवत्तापूर्ण कार्य हुआ होता तो नाले का टूटना और हजारों लोगों का खतरे में आना टाला जा सकता था।
विधायक की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए अधिशासी अभियंता राजीव कपिल ने तुरंत कदम उठाए।
•दो जूनियर इंजीनियरों को महाव नाला प्रकरण से हटाया गया।
•उनके स्थान पर तीन नए इंजीनियरों की तैनाती की गई।
•संबंधित ठेकेदार का भुगतान रोक दिया गया।
साथ ही इस पूरी कार्रवाई की रिपोर्ट अधीक्षण अभियंता गंडक सिंचाई कार्य मंडल-2 गोरखपुर को भेज दी गई है।
घटना के बाद स्थानीय लोगों में नाराज़गी साफ झलक रही है। उनका कहना है कि नाले की सफाई और मरम्मत का काम केवल औपचारिकता के रूप में किया गया। यदि जिम्मेदारी और ईमानदारी से काम हुआ होता तो टूटने जैसी स्थिति नहीं आती। लोगों का मानना है कि इस घटना से न केवल फसलों को नुकसान पहुंचा बल्कि आसपास के गांवों में भय का माहौल भी बन गया।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता से बातचीत के दौरान विधायक ऋषि त्रिपाठी ने कहा कि महाव नाला हमेशा चर्चाओं में रहता है। लेकिन अब इस पर मरम्मत कार्य में किसी भी तरह का भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उनकी यह चेतावनी स्पष्ट संकेत देती है कि आगे भी जिम्मेदार अधिकारियों और ठेकेदारों पर सख्त कार्रवाई संभव है।