

जब डाइनामाइट न्यूज़ ने इस मामले में बिजली विभाग के अधिकारियों से बात की तो अवर अभियंता (JE) महेंद्र जायसवाल ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में आ चुका है। आरोपित संविदाकर्मी को तत्काल प्रभाव से हटाकर अन्यत्र अटैच कर दिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि पीड़िता द्वारा लिखित शिकायत दी जाती है तो विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
पीड़िता शारदा
Maharajganj News: महाराजगंज जिले के पुरंदरपुर थाना क्षेत्र से एक शर्मनाक मामला सामने आया है, जिसने मानवता को झकझोर कर रख दिया है। बिजली विभाग में कार्यरत एक संविदा कर्मचारी ने विधवा महिला से बिजली बिल जमा कराने के नाम पर 30,000 रुपये की ठगी कर ली। अब चार महीने बीत जाने के बावजूद न तो बिजली का कनेक्शन बहाल हुआ और न ही पैसे वापस मिले। विभाग और पुलिस जांच की बात कह कर पल्ला झाड़ते नजर आ रहे हैं, जबकि पीड़िता न्याय के लिए दर-दर भटक रही है।
लोन लेकर जुटाए पैसे, फिर भी उजाले से महरूम
घटना पुरंदरपुर क्षेत्र के समरधीरा गांव के टोला छावनी की है, जहां रहने वाली शारदा देवी पत्नी राधेश्याम (मृतक) ने स्थानीय थाने में तहरीर देकर अपनी आपबीती बताई। शारदा देवी ने बताया कि उनके बिजली कनेक्शन पर करीब 37,000 रुपये का बकाया चल रहा था। जब बिजली विभाग के कर्मचारी उनके घर पहुंचे तो उन्होंने तत्काल बिल जमा करने का दबाव बनाया और भुगतान न होने पर कनेक्शन काट दिया।
स्वयं सहायता समूह से लोन लिया
पीड़िता ने बताया कि वह किसी तरह स्वयं सहायता समूह से लोन लेकर बिल चुकाने की व्यवस्था कर रही थी। तभी क्षेत्र के एक संविदा लाइनमैन ने भरोसा दिलाया कि वह उसका बिल 30,000 रुपये में जमा करवा देगा। शारदा देवी ने उस पर विश्वास कर अपनी पूरी जमा-पूंजी उसे सौंप दी। लेकिन इसके बाद चार महीने गुजर जाने के बावजूद न तो बिल जमा हुआ और न ही पैसे वापस मिले।
बिना बिजली के जीवन बर्बाद
इस बीच बिजली विभाग की ओर से फिर से बकाया वसूली की चेतावनी दी जा रही है। पीड़िता का कहना है कि वह पहले ही ठगी की शिकार हो चुकी है और अब विभाग द्वारा दोबारा मांग की जा रही राशि का भुगतान करना उसके लिए असंभव है। घर में बिजली नहीं होने के कारण वह और उसके बच्चे अंधेरे में रहने को मजबूर हैं। आर्थिक संकट के साथ-साथ मानसिक तनाव ने भी उसकी जिंदगी दूभर कर दी है।
विभाग और पुलिस ने झाड़ा पल्ला
जब डाइनामाइट न्यूज़ ने इस मामले में बिजली विभाग के अधिकारियों से बात की तो अवर अभियंता (JE) महेंद्र जायसवाल ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में आ चुका है। आरोपित संविदाकर्मी को तत्काल प्रभाव से हटाकर अन्यत्र अटैच कर दिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि पीड़िता द्वारा लिखित शिकायत दी जाती है तो विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस का बयान
वहीं, पुरंदरपुर थानाध्यक्ष मनोज राय ने जानकारी दी कि पीड़िता की तहरीर प्राप्त हो चुकी है और दोनों पक्षों को थाने बुलाया गया है। मामले की जांच कर तथ्यों के आधार पर उचित कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
अब न्याय की आस में भटक रही पीड़िता
शारदा देवी आज भी अपने कटे हुए बिजली कनेक्शन और ठगे गए पैसों को लेकर न्याय की आस में अधिकारियों और थानों के चक्कर काट रही है। यह घटना न केवल प्रशासनिक उदासीनता को उजागर करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि किस तरह जरूरतमंद और असहाय लोग सिस्टम के बीच पिसते चले जा रहे हैं।