

बदायूं के गांव बहेड़ी के 50 वर्षीय चमन सिंह का मलेरिया, टाइफाइड और डेंगू से इलाज चल रहा था। हालत बिगड़ने पर परिजन उसे रामा हॉस्पिटल ले गए, जहां 35 हजार रुपए लेकर भर्ती किया गया, लेकिन दशहरा के कारण डॉक्टर मौजूद नहीं थे और इलाज में लापरवाही हुई।
इलाज के नाम पर बड़ी लापरवाही
Badaun: जनपद के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के गांव बहेड़ी के रहने वाले 50 वर्षीय चमन सिंह का मलेरिया, बुखार, टाइफाइड और डेंगू से इलाज चल रहा था। हालत बिगड़ने पर परिजन उसे इलाज के लिए रामा हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। यहां नर्सिंग होम स्टाफ ने 35 हजार रुपए उपचार के नाम पर लिए और भर्ती कर लिया। हालांकि, दशहरा पर्व के कारण डॉक्टर मौजूद नहीं थे।
परिजनों के अनुसार, रात 10 बजे से लेकर अगले दिन सुबह तक मरीज को डॉक्टर नहीं दिखे। स्टाफ ने बार-बार कहा कि डॉक्टर आ जाएंगे, लेकिन कोई डॉक्टर नहीं आया। कंपाउंडर ही मरीज को देखने और इलाज करने लगे। मरीज की हालत बिगड़ती गई, ऑक्सीजन भी नहीं लगाई गई।
स्थिति गंभीर होते देख परिजन मरीज को स्ट्रेचर व ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर बाहर ले आए और प्राइवेट एम्बुलेंस से उसे तुरंत आगरा भेज दिया। वहीं, रामा हॉस्पिटल पर परिजन हंगामा करने लगे।
बदायूं में मेडिकल लापरवाही का मामला!
रामा हॉस्पिटल में 35 हजार लेने के बावजूद मरीज को नहीं मिला इलाज, दशहरा पर डॉक्टर नदारद। हालत बिगड़ी तो परिजनों ने काटा हंगामा, बिना फाइल बनाए किया भर्ती।
परिजन बोले—"मरीजों से होता है जानवरों जैसा व्यवहार"#MedicalNegligence #UPNews pic.twitter.com/MB0S6YiY0C
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) October 4, 2025
हंगामे की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को शांत कराया। जब पुलिस ने मरीज की फाइल मांगी तो पता चला कि नर्सिंग होम में मरीज की कोई फाइल तक नहीं बनी है। परिजन पुलिस से उचित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटना न हो।
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मरीज के भाई कालीचरण ने कहा कि रामा हॉस्पिटल में आए दिन ऐसी घटनाएं होती रहती हैं। स्टाफ और डॉक्टरों का रवैया बदलना चाहिए। मरीजों के साथ इस तरह का दुर्व्यवहार बिल्कुल अस्वीकार्य है। उन्होंने सरकार और प्रशासन से इस मामले में सख्त कदम उठाने की मांग की है।
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यह मामला चिकित्सा व्यवस्था की गंभीर लापरवाही और मानवता के प्रति अवहेलना का उदाहरण है। प्रशासनिक और चिकित्सा अधिकारियों को इस पर तत्काल संज्ञान लेना आवश्यक है ताकि मरीजों को उचित इलाज और सम्मान मिल सके।