

बरेली लाठीचार्ज मामले को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव 8 अक्तूबर को पीड़ित मुस्लिम परिवारों से मिलेंगे। इससे पहले 4 अक्तूबर को पार्टी का 14 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल बरेली पहुंचेगा और स्थानीय प्रशासन से मिलकर कार्रवाई की मांग करेगा।
अखिलेश यादव
Bareilly: बरेली में हाल ही में हुए लाठीचार्ज की घटना के बाद समाजवादी पार्टी ने राजनीतिक मोर्चा संभाल लिया है। पार्टी अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव 8 अक्तूबर को बरेली होते हुए रामपुर जाएंगे, जहां वे रास्ते में लाठीचार्ज से प्रभावित मुस्लिम परिवारों से मिलकर उनका हालचाल जानेंगे और घटना की पूरी जानकारी लेंगे।
क्या है अखिलेश यादव का प्लान?
रामपुर में उनका पहले से तय कार्यक्रम है, जहां वे समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खां से मुलाकात करेंगे। सूत्रों के अनुसार अखिलेश यादव सड़क मार्ग से सीतापुर होते हुए रामपुर जाएंगे और रास्ते में बरेली में कुछ समय के लिए रुकेंगे। वहां वे पार्टी के स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं से बातचीत करेंगे। साथ ही हालिया घटनाओं को लेकर पार्टी की रणनीति पर चर्चा करेंगे।
सपा का प्रतिनिधिमंडल आज पहुंचेगा बरेली
अखिलेश यादव की यात्रा से पहले 4 अक्तूबर (शनिवार) को सपा का एक 14 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल बरेली पहुंचेगा। जिसका नेतृत्व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय करेंगे। यह प्रतिनिधिमंडल उन परिवारों से मिलेगा जो हालिया पुलिस लाठीचार्ज से प्रभावित हुए हैं। सपा की ओर से जारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि प्रतिनिधिमंडल बरेली के डीआईजी और मंडलायुक्त से भी मुलाकात करेगा और पीड़ितों की समस्याओं को उनके समक्ष रखेगा।
प्रतिनिधिमंडल में कई वरिष्ठ नेता शामिल
प्रतिनिधिमंडल में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ और प्रभावशाली नेता शामिल होंगे। जिनमें राज्यसभा सांसद हरेंद्र मलिक, लोकसभा सांसद इकरा हसन, जियाउर्रहमान बर्क, मोहिब्बुल्लाह, नीरज मौर्य, पूर्व सांसद वीरपाल सिंह यादव और प्रवीण सिंह ऐरन प्रमुख हैं। इन नेताओं का बरेली में स्थानीय प्रशासन से मिलना तय है, जिससे लाठीचार्ज से जुड़ी जानकारी जुटाई जा सके और पीड़ितों को न्याय दिलाने के प्रयास किए जा सकें।
क्या है मामला?
बरेली में हाल ही में एक धार्मिक मुद्दे को लेकर हुए प्रदर्शन के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई थी। जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इस घटना में कई लोग घायल हो गए थे, जिनमें अधिकांश मुस्लिम समुदाय से हैं। घटना के बाद से ही बरेली में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। विपक्षी दलों ने सरकार पर संवेदनशील मुद्दों को दबाने और पुलिसिया ज्यादती के आरोप लगाए हैं।
सपा बना रही बड़ा राजनीतिक मुद्दा
समाजवादी पार्टी इस मुद्दे को व्यापक स्तर पर उठाने की तैयारी में है। पार्टी सूत्रों का मानना है कि यह मामला न केवल कानून-व्यवस्था से जुड़ा है, बल्कि सामाजिक न्याय और अल्पसंख्यकों के अधिकारों से भी जुड़ा हुआ है। ऐसे में पार्टी चाहती है कि इस मुद्दे को विधानसभा और लोकसभा दोनों स्तरों पर उठाया जाए।