

राजस्थान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी का शुक्रवार देर रात बीकानेर में निधन हो गया। वे अगस्त 2023 से ब्रेन स्ट्रोक के बाद कोमा में थे। उनके निधन से नोखा और आसपास के क्षेत्रों में शोक की लहर दौड़ गई है।
कांग्रेस के दिग्गज नेता का निधान
Bikaner: राजस्थान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधानसभा नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी का शुक्रवार देर रात निधन हो गया। वे पिछले दो वर्षों से ब्रेन स्ट्रोक के बाद कोमा में थे। डूडी का निधन उनके घर बीकानेर में हुआ। उनकी मौत की खबर से नोखा क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है।
नोखा के बिरमसर गांव में जन्मे रामेश्वर डूडी ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत पंचायत समिति अध्यक्ष के रूप में की थी। धीरे-धीरे वे कांग्रेस के प्रमुख नेताओं में शुमार हो गए। साल 2023 के विधानसभा चुनाव में उनकी पत्नी सुशीला डूडी ने नोखा सीट से जीत हासिल की और वर्तमान में वह विधायक हैं।
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डूडी राजस्थान के किसानों के बीच एक मजबूत आवाज के रूप में जाने जाते थे। उन्होंने पंचायत समिति अध्यक्ष, जिला प्रमुख, विधायक, सांसद के पदों पर रहते हुए किसानों के हितों की लगातार पैरवी की। विधानसभा में वे नेता प्रतिपक्ष भी रह चुके थे। उनकी नेतृत्व क्षमता और किसानों के प्रति समर्पण को प्रदेश में सराहा जाता था।
कांग्रेस नेता रामेश्वर लाल डूडी का निधन (फाइल फोटो)
अगस्त 2023 में डूडी को ब्रेन हैमरेज हुआ था, जिसके बाद वे कोमा में चले गए। उन्हें पहले जयपुर के एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन बाद में बेहतर इलाज के लिए दिल्ली के मेदांता अस्पताल स्थानांतरित किया गया। हाल ही में उन्हें बीकानेर वापस लाया गया था, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली।
डूडी के निधन की खबर से नोखा समेत पूरे बीकानेर जिले में गहरा शोक छा गया है। आज (4 अक्टूबर) सुबह 11 बजे बीकानेर के पूगल रोड बगेची में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। उनके निधन से राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र में एक बड़ा क्षति हुई है। कई नेताओं और समर्थकों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है।
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रामेश्वर डूडी का राजस्थान के किसानों और कांग्रेस पार्टी के लिए योगदान अमूल्य रहा। उनकी सादगी, कड़ी मेहनत और लोगों के लिए समर्पण उन्हें यादगार नेता बनाता है। उनकी मृत्यु से प्रदेश में एक अनुभवी और जनप्रिय नेता की कमी महसूस की जा रही है। उनके परिवार और समर्थकों को इस दुःख की घड़ी में संवेदनाएं प्रेषित की गई हैं।