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ग्रेटर नोएडा के सिरसा गांव में विवाहित निक्की भाटी की जलाकर हत्या के मामले में कासना कोतवाली पुलिस ने 500 पन्नों से अधिक की चार्जशीट अदालत में दाखिल की है। पति, जेठ, सास और ससुर को आरोपी बनाया गया है। वैज्ञानिक साक्ष्य, डिजिटल प्रमाण और अस्पताल रिपोर्ट को चार्जशीट में शामिल किया गया है।
निक्की का फाइल फोटो
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा के सिरसा गांव में विवाहित निक्की भाटी की जलाकर हत्या के सनसनीखेज मामले में कासना कोतवाली पुलिस ने महत्वपूर्ण प्रगति करते हुए अदालत में 500 पन्नों से अधिक की विस्तृत चार्जशीट दाखिल कर दी है। यह मामला पिछले कई महीनों से क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ था, क्योंकि आरोप बेहद गंभीर थे और इसमें पीड़िता के पति से लेकर ससुराल परिवार के कई सदस्य शामिल बताए गए थे।
क्यों किया था निक्की का मर्डर?
पुलिस द्वारा दाखिल चार्जशीट में निक्की के पति विपिन भाटी, जेठ रोहित भाटी, सास दया और ससुर सत्यवीर को आरोपी बनाया गया है। पुलिस का दावा है कि चारों ने आपराधिक षड्यंत्र रचकर निक्की की हत्या की योजना बनाई थी। चार्जशीट के अनुसार, निक्की और उसकी बहन द्वारा इंस्टाग्राम पर वीडियो बनाए जाने को लेकर ससुराल पक्ष काफी नाराज था।
परिवार द्वारा बार-बार विरोध जताए जाने के बावजूद निक्की ने वीडियो बनाना बंद नहीं किया, जिसके बाद यह विवाद बढ़ता गया और अंततः हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया।
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सिलेंडर फटने की वजह झूठी
चार्जशीट में दर्ज विवरण के मुताबिक निक्की के साथ मारपीट के बाद उस पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा दी गई। घटना के बाद परिवार ने शुरुआती बयान में दावा किया था कि सिलेंडर फटने की वजह से आग लगी, लेकिन पुलिस की जांच में यह दावा झूठा पाया गया।
पुलिस ने विवेचना में कई महत्वपूर्ण सबूत शामिल किए
अस्पताल द्वारा जारी मेमो, जिसमें शुरुआती जानकारी सिलेंडर फटने की बताई गई थी, को भी रिकॉर्ड में रखा गया है। वहीं घटनास्थल के वैज्ञानिक निरीक्षण के दौरान बरामद जली हुई मिट्टी, कपड़े, थिनर की बोतल और लाइटर को एफएसएल जांच के लिए भेजा गया था। एफएसएल रिपोर्ट को भी चार्जशीट में शामिल किया गया है।
इसके अलावा, इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित कई वीडियो और फोटो, जिनमें घटना से जुड़ी सामग्री है, को भी महत्वपूर्ण डिजिटल साक्ष्य के रूप में पेश किया गया है।
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इस वक्त चारों आरोपी जेल में
पीड़िता की बहन कंचन भाटी द्वारा दर्ज कराई गई तहरीर के आधार पर पुलिस ने 21 अगस्त को गंभीर रूप से जल जाने के बाद अस्पताल में उपचार के दौरान निक्की की मौत होने पर केस दर्ज किया था। तहरीर में पति, जेठ, सास और ससुर पर प्रताड़ना और षड्यंत्रपूर्वक हत्या का आरोप लगाया गया था। पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
बचाव पक्ष के वकीलों का बयान
बचाव पक्ष के अधिवक्ता उधम सिंह तोंगड़ और दिनेश कुमार कल्सन ने कहा कि पुलिस ने चार्जशीट दाखिल कर दी है और अब अदालत में आरोपी पक्ष की वास्तविकता सामने आएगी। उनका कहना है कि आरोपियों द्वारा आत्महत्या का जो दावा किया गया था, वह जांच में फर्जी साबित हो चुका है। कानून के मुताबिक, अब अदालत में कठोरतम दंड दिलाने के लिए सभी तथ्य मजबूती से रखे जाएंगे।
अगली सुनवाई का इंतजार
पुलिस का कहना है कि जमा किए गए साक्ष्य आरोपी पक्ष की थ्योरी को कमजोर करते हैं और अभियोजन पक्ष का केस मजबूत बनाते हैं। फिलहाल, अदालत में इस मामले की अगली सुनवाई का इंतजार किया जा रहा है।