

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजकरन नय्यर ने कैंट और गोला सर्किल में मई माह में दर्ज अभियोगों की समीक्षा गूगल मीट के माध्यम से की। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
एसएसपी राजकरन नय्यर
गोरखपुर: यूपी के गोरखपुर जिले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) राजकरन नय्यर ने कैंट और गोला सर्किल में मई माह में दर्ज अभियोगों की समीक्षा गूगल मीट के माध्यम से की। इस महत्वपूर्ण बैठक में उन्होंने अपर पुलिस अधीक्षक, सभी क्षेत्राधिकारियों और थाना प्रभारियों को अपराध नियंत्रण और जनता की सुरक्षा के लिए सख्त निर्देश जारी किए। एसएसपी ने अपराधियों के खिलाफ त्वरित और प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करने पर विशेष जोर दिया, खासकर गैंगस्टर एक्ट के तहत पंजीकृत मामलों में। उन्होंने संपत्ति जब्तीकरण की प्रक्रिया को तेज करने और वांछित अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी के लिए कड़े कदम उठाने के आदेश दिए।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, एसएसपी ने गैर-जमानती वारंट (एनबीडब्ल्यू) और कुर्की वारंट वाले अभियुक्तों की तत्काल गिरफ्तारी पर बल दिया। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि पुलिस को हर सूचना पर तुरंत मौके पर पहुंचकर कार्रवाई करनी होगी। किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। एसएसपी ने थाना प्रभारियों और पुलिस कर्मियों को चेतावनी दी कि जनता की सुरक्षा और अपराध नियंत्रण के लिए हर समय तत्पर रहना उनकी प्राथमिक जिम्मेदारी है।
मिशन शक्ति अभियान को लेकर क्या बोले?
इसके अलावा, मिशन शक्ति अभियान के तहत महिलाओं और बच्चों को जागरूक करने के लिए विशेष प्रयास करने के निर्देश दिए गए। एसएसपी ने महिला संबंधी मामलों को प्राथमिकता के आधार पर निपटाने और पुलिस की सक्रियता बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि समाज में महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस को और अधिक संवेदनशील और सक्रिय होना होगा। इसके लिए जागरूकता अभियान चलाने और जनता के बीच विश्वास पैदा करने की आवश्यकता है।
गूगल मीट पर की गई समीक्षा
एसएसपी ने बैठक में कहा कि पुलिस का मुख्य लक्ष्य जनता की सुरक्षा और अपराध पर नियंत्रण है। इसके लिए हर स्तर पर कड़ी मेहनत और सतर्कता जरूरी है। किसी भी तरह की ढिलाई या लापरवाही को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि सभी थाना प्रभारी और कर्मचारी अपने क्षेत्र में अपराधियों पर नजर रखें और समय रहते कार्रवाई करें। बता दें कि यह समीक्षा गूगल मीट के जरिए आयोजित की गई, जिसमें सभी संबंधित अधिकारी और थाना प्रभारी शामिल हुए।