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गोरखपुर जीआरपी ने 2025 में चोरी और गुमशुदा मोबाइल बरामदगी में ऐतिहासिक सफलता दर्ज की है। विशेष अभियान के तहत पुलिस ने अब तक 1570 मोबाइल खोज निकाले, जिनमें से 248 फोन सिर्फ दो महीनों में उनके वास्तविक मालिकों को वापस कर दिए गए।
युवती को पुलिस ने वापस लौटाया मोबाइल
Gorakhpur: राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) अनुभाग गोरखपुर ने रेलवे यात्रियों की सुरक्षा को एक नया आयाम देते हुए वर्ष 2025 में अब तक चोरी एवं गुमशुदा मोबाइल बरामदगी के क्षेत्र में अभूतपूर्व सफलता दर्ज की है। रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में बढ़ते मोबाइल चोरी के मामलों पर प्रभावी नियंत्रण और पीड़ित यात्रियों को शीघ्र राहत दिलाने के उद्देश्य से चलाए जा रहे विशेष अभियान ने महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, पुलिस अधीक्षक रेलवे गोरखपुर लक्ष्मी निवास मिश्र (IPS) के नेतृत्व और रणनीतिक दिशा निर्देशों में संचालित इस अभियान के तहत जीआरपी ने अब तक कुल 1570 मोबाइल बरामद किए हैं। पिछले दो माह में ही 248 मोबाइल उनके वास्तविक मालिकों को सौंपे जा चुके हैं।
पुलिस उपाधीक्षक रेलवे विनोद कुमार सिंह के निकट पर्यवेक्षण में तैनात टीमों ने स्टेशन परिसर, प्लेटफार्मों और ट्रेनों में होने वाली वारदातों पर लगातार नजर रखी। साथ ही साइबर सेल की मदद से मोबाइल की लोकेशन ट्रैक कर विभिन्न जनपदों से फोन बरामद किए गए।
बरामद मोबाइलों में अधिकांश हैंडसेटों की कीमत 30,000 रुपये से 35,000 रुपये के बीच है, जबकि कुछ महंगे मोबाइल की कीमत 80,000 रुपये तक पाई गई। दो माह में लौटाए गए 248 मोबाइलों की अनुमानित कीमत लगभग 55 लाख रुपये आंकी गई है। पुलिस की त्वरित कार्यवाही और पारदर्शी प्रक्रिया के चलते जिन यात्रियों को अपने मूल्यवान मोबाइल फोन वापस मिले, उनकी खुशी देखने लायक रही।
एसपी रेलवे लक्ष्मी निवास मिश्र ने बताया कि जीआरपी की प्राथमिकता यात्रियों की सुरक्षा और उनकी समस्याओं का तेजी से समाधान है। “हमारी टीम पूरी तत्परता के साथ काम कर रही है। तकनीक का अधिकतम उपयोग कर चोरी एवं गुमशुदा मोबाइलों की बरामदगी को और तेज किया जा रहा है। यात्रियों से भी अपील है कि किसी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि की तत्काल सूचना दें।” उन्होंने यह भी बताया कि मोबाइल चोरी गिरोहों पर शिकंजा कसने के लिए निरंतर अभियान चलाया जा रहा है और भविष्य में इस कार्रवाई को और सख्ती से लागू किया जाएगा।