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नोएडा सेक्टर 62 में एक इंजीनियर को टिंडर पर मिली ‘गर्लफ्रेंड’ ने दो साल में 66 लाख रुपये का चूना लगा दिया। ठगों ने जॉब छूटने और बीमारी के नाम पर युवक से बार-बार पैसे मांगे। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
प्रतीकात्मक फोटो (सोर्स: इंटरनेट)
Noida: नोएडा सेक्टर 62 में रहने वाले एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर कपिल (बदला हुआ नाम) के साथ एक सनसनीखेज ऑनलाइन ठगी का मामला सामने आया है। कपिल की दोस्ती साल 2023 में टिंडर एप पर ‘शुभांगी मौटी’ नाम की एक प्रोफाइल से हुई थी। प्रोफाइल देखकर कपिल को लगा कि सामने एक पढ़ी-लिखी, आधुनिक और समझदार लड़की है। बातचीत की शुरुआत सामान्य रही। दोनों ने अपने प्रोफेशन, परिवार, हॉबीज़ और लाइफस्टाइल पर बातें कीं। लेकिन कपिल को अंदाज़ा नहीं था कि यह वर्चुअल रिश्ता उसे दो साल में करीब 66 लाख रुपये के नुकसान तक ले जाएगा।
कुछ ही हफ्तों में शुभांगी और कपिल की बातचीत टिंडर से आगे बढ़कर व्हाट्सएप और टेलीग्राम तक पहुंच गई। रोज़ाना घंटों की चैटिंग और भावनात्मक बातचीत ने कपिल का विश्वास जीत लिया। शुभांगी ने खुद को दिल्ली में काम करने वाली एक कॉर्पोरेट प्रोफेशनल बताया। कपिल को शुभांगी में एक सच्ची साथी नजर आई। लेकिन यहीं से उनके लिए मुसीबत की शुरुआत हो चुकी थी।
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कुछ महीनों बाद शुभांगी ने कपिल को बताया कि उसकी नौकरी चली गई है और वह गंभीर रूप से बीमार है। उसने अस्पताल के बिल और दवाइयों के लिए मदद मांगी। कपिल ने बिना देर किए 500, 1000 या कभी-कभी 1500 रुपये की छोटी-छोटी रकम भेजनी शुरू की। शुभांगी हर बार भावनात्मक कहानियां सुनाकर कपिल से पैसे मांगती रही। धीरे-धीरे कपिल उसकी स्थिति से भावनात्मक रूप से जुड़ते गए और उसे सहारा देने की नीयत से हर बार मदद करते रहे।
ठगी का खेल यहीं खत्म नहीं हुआ। कुछ महीनों बाद दो अन्य ठगों ने शुभांगी के परिवार और वकील बनकर कपिल को कॉल किया। उन्होंने कहा कि शुभांगी की तबीयत खराब है और इसकी जिम्मेदारी कपिल पर है। जब कपिल ने विरोध किया, तो उसे पुलिस केस में फंसाने और जान से मारने की धमकी दी गई। डर और भावनाओं के बीच फंसे कपिल ने फिर से पैसे ट्रांसफर करना शुरू कर दिया।
पुलिस जांच में सामने आया है कि जून 2023 से फरवरी 2025 तक कपिल ने कुल 294 ट्रांजेक्शन किए। दिल्ली, जयपुर और नोएडा के अलग-अलग बैंक खातों में पैसे भेजे गए। इस दौरान कुल 66 लाख 22 हजार रुपये की ठगी की गई। जब कपिल ने फरवरी 2025 में पैसे भेजना बंद किया, तो ठगों की धमकियां और बढ़ गईं। अंततः कपिल ने हिम्मत जुटाकर साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई।
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शिकायत मिलने के बाद नोएडा साइबर क्राइम पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने बताया कि जिन खातों में पैसे ट्रांसफर किए गए हैं, वे कई फर्जी पहचान के नाम पर खोले गए थे। जांच एजेंसी उन खातों की ट्रांजेक्शन डिटेल्स और मोबाइल लोकेशन ट्रैक कर रही है। साइबर सेल का कहना है कि यह गिरोह अंतरराज्यीय हो सकता है, जो युवकों को भावनात्मक रूप से फंसाकर ठगी करता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि ऑनलाइन डेटिंग प्लेटफॉर्म जैसे टिंडर, बम्बल और हिंगे पर साइबर ठग तेजी से सक्रिय हो रहे हैं। वे नकली प्रोफाइल बनाकर भावनात्मक रिश्ता तैयार करते हैं और फिर आर्थिक फायदा उठाते हैं। साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि किसी भी ऑनलाइन व्यक्ति पर आंख मूंदकर भरोसा न करें और कभी भी बैंक डिटेल्स, OTP या पैसे शेयर न करें।