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उत्तर प्रदेश में मौसम ने अचानक करवट ली है। घने कोहरे और शीत लहर के चलते बनारस प्रदेश का सबसे ठंडा शहर बन गया है। अधिकतम तापमान सामान्य से करीब 10 डिग्री नीचे पहुंचा। मौसम विभाग ने तीन दिनों के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
उत्तर प्रदेश में बढ़ेगी ठिठुरन (Img Source: Google)
Lucknow: उत्तर प्रदेश में मौसम तेजी से बदल रहा है और बीते तीन दिनों से कोहरे का जबरदस्त असर देखने को मिल रहा है। ऊपरी क्षोभ मंडल में उत्तर भारत से होकर गुजर रही उष्णकटिबंधीय पश्चिमी जेट स्ट्रीम के प्रभाव से ऐसा घना कोहरा छाया कि काशी समेत पूरा पूर्वांचल उसकी चपेट में आ गया। हालात इतने गंभीर हो गए कि दिन का अधिकतम तापमान अचानक करीब 10 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया।
घने कोहरे और ठंडी हवाओं के चलते बनारस उत्तर प्रदेश का सबसे ठंडा शहर बन गया है। हैरानी की बात यह है कि तापमान के मामले में बनारस ने शिमला, शिलांग और मनाली जैसे हिल स्टेशनों को भी पीछे छोड़ दिया। देशभर में बनारस को 10वां सबसे ठंडा शहर दर्ज किया गया है। कश्मीर घाटी और लद्दाख के बेहद ठंडे इलाकों के बाद बनारस का नाम आना मौसम की गंभीरता को दर्शाता है।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि अगले तीन दिनों तक पूर्वी उत्तर प्रदेश में यही स्थिति बनी रह सकती है। बनारस के साथ प्रयागराज, मीरजापुर, चंदौली, संत रविदास नगर, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, कुशीनगर और आसपास के जिलों में अत्यंत घना कोहरा छाए रहने की संभावना है। इसके चलते अत्यधिक शीत दिवस की स्थिति बन सकती है, जिसे देखते हुए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
लखनऊ स्थित मौसम विज्ञान विभाग के आंचलिक कार्यालय के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी डॉ. अतुल कुमार सिंह के अनुसार, बनारस में दिसंबर के महीने में छह वर्ष बाद इतना कम तापमान दर्ज किया गया है। इससे पहले वर्ष 2019 के दिसंबर के अंतिम दिनों में अधिकतम तापमान इतना नीचे गया था। खास बात यह है कि दिसंबर के तीसरे सप्ताह में इतनी तेज गिरावट कई वर्षों बाद देखने को मिली है।
2019 में 27 दिसंबर को अधिकतम तापमान 11.2 डिग्री, 28 दिसंबर को 13.6 डिग्री, 30 दिसंबर को 13.3 डिग्री और 31 दिसंबर को 9.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। इस बार दिसंबर के तीसरे सप्ताह में ही हालात बेहद सर्द हो गए हैं।
डॉ. के अनुसार, मैदानी इलाकों में जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या उससे कम हो जाए और अधिकतम तापमान सामान्य से 4.5 से 6.4 डिग्री नीचे चला जाए तो उसे शीत दिवस कहा जाता है। लेकिन जब अधिकतम तापमान सामान्य से 6.5 डिग्री या उससे अधिक नीचे चला जाए, तो स्थिति अत्यधिक शीत दिवस की मानी जाती है। इसी आधार पर गुरुवार का दिन अत्यधिक शीत दिवस की श्रेणी में दर्ज किया गया।
UP Weather Update: उत्तर प्रदेश में बढ़ी गलन भरी ठंड, कई जिलों में घने कोहरे का अलर्ट जारी