

फतेहपुर में विवादित मकबरे पर सोमवार सुबह हिंदूवादी संगठन ओर भारजीय जनता पार्टी समर्थकों की तोड़फोड़ का मामला गहराया हुआ है। मामले में मंगलवार को शांति रही। हालांकि, इस मुद्दे पर लखनऊ से दिल्ली तक राजनीति गरमाई रही। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि प्रशासन की ओर से विवादित मकबरे के क्षतिग्रस्त भाग की मरम्मत कराई गई है। प्रशासन ने हालात पर नियंत्रण रखने के लिए भारी पुलिस बल, पीएसी और एसटीएफ कमांडो तैनात किए हैं।
फतेहपुर मकबरा विवाद
Fatehpur: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में विवादित मकबरे पर सोमवार सुबह हिंदूवादी संगठन ओर भारजीय जनता पार्टी समर्थकों की तोड़फोड़ का मामला गहराया हुआ है। मामले में मंगलवार को शांति रही। हालांकि, इस मुद्दे पर लखनऊ से दिल्ली तक राजनीति गरमाई रही। समाजवादी पार्टी विधायक और सांसदों ने मामले को उठाया। यूपी विधानसभा में मामले को लेकर जमकर हंगामा हुआ।
अब इस मामले में बड़ी खबर सामने आ रही है। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि प्रशासन की ओर से विवादित मकबरे के क्षतिग्रस्त भाग की मरम्मत कराई गई है। प्रशासन ने हालात पर नियंत्रण रखने के लिए भारी पुलिस बल, पीएसी और एसटीएफ कमांडो तैनात किए हैं।
एसपी ने दी हालातों की जानकारी
पुलिस के मुताबिक फिलहाल इलाके में स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। फतेहपुर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अनूप कुमार सिंह ने बताया, 'स्थिति सामान्य है, कानून-व्यवस्था की कोई समस्या नहीं है। हम यहां तैनात रहेंगे और किसी को भी यहां आने की इजाजत नहीं देंगे।” उन्होंने कहा कि सुरक्षा के मद्देनजर मौके पर लगातार पुलिस गश्त और निगरानी जारी है।
सूत्रों के अनुसार, घटना के बाद से स्थानीय प्रशासन ने इलाके में धारा 144 लागू कर दी है ताकि किसी भी तरह की भीड़ इकट्ठा न हो सके। साथ ही सोशल मीडिया पर भी पैनी नजर रखी जा रही है, ताकि भ्रामक या भड़काऊ संदेश फैलाने वालों पर कार्रवाई की जा सके।
डीएम ने हिंसा के बाद क्या कहा?
जिला प्रशासन भी घटना के बाद से स्थिति पर नजर बनाए हुए है. फतेहपुर के जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) रवींद्र सिंह ने बताया कि प्रशासन सभी पक्षों से संवाद कर रहा है और सभी ने प्रशासन पर भरोसा जताया है। उन्होंने कहा, 'स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है, हम किसी भी तरह की अफवाह या अशांति फैलाने की कोशिश को सख्ती से रोकेंगे।”
पुलिस ने तोड़फोड़ की घटना में शामिल कुछ लोगों की पहचान कर ली है और सीसीटीवी फुटेज व मोबाइल वीडियो के आधार पर अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि कानून अपने तरीके से काम करेगा और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।