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एटा के जसरथपुर थाना क्षेत्र के नगला परम गांव में फूस की झोपड़ी में अचानक लगी भीषण आग ने देखते ही देखते भयावह रूप ले लिया। हादसे में दो भैंसें गंभीर रूप से झुलस गईं और एक गाय की मौके पर ही मौत हो गई। आग की लपटों में हजारों–लाखों का सामान भी जलकर खाक हो गया।
थाना एटा
Etah: एटा जिले के जसरथपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले नगला परम गांव में सुबह एक बड़ा हादसा हो गया। गांव के एक परिवार की फूस की झोपड़ी में अचानक आग लग गई, जिसने कुछ ही मिनटों में विकराल रूप धारण कर लिया। आग की तीव्रता इतनी अधिक थी कि आसपास के लोग बचाव के लिए दौड़े चले आए, लेकिन तब तक काफी नुकसान हो चुका था।
डाइनामाइट न्यूज़ संवददाता के अनुसार, स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि आग का कारण फिलहाल स्पष्ट नहीं है, लेकिन आशंका है कि चिंगारी या किसी घरेलू गतिविधि के चलते झोपड़ी में रखी सूखी फूस ने आग पकड़ ली। देखते ही देखते आग तेजी से फैल गई और झोपड़ी के साथ-साथ उसमें रखे सामान को अपनी चपेट में ले लिया।
हादसे में दो भैंसें गंभीर रूप से झुलस गईं, जबकि एक गाय की मौके पर ही मौत हो गई। पशुओं को बचाने का प्रयास किया गया, लेकिन आग की लपटों ने उन्हें बुरी तरह प्रभावित कर दिया।
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घटना में झोपड़ी के भीतर रखा अनाज, चारा, बर्तन और अन्य घरेलू सामान पूरी तरह जलकर नष्ट हो गया। ग्रामीणों का कहना है कि आग ने महज कुछ मिनटों में लाखों रुपये का नुकसान कर दिया। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि पास की अन्य झोपड़ियों और मकानों तक पहुंचने का खतरा पैदा हो गया। इस स्थिति को देखते हुए ग्रामीणों ने बाल्टियों, पानी के ड्रम और पाइपों की मदद से आग बुझाने की कोशिश की।
वहीं दूसरी तरफ ऐसा बताया जा रहा है कि ग्रामीणों की कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार आग पर काबू पाया जा सका। हालांकि घटना की सूचना फायर ब्रिगेड को भी दे दी गई थी, लेकिन दूरदराज के क्षेत्र होने के कारण दमकल वाहन मौके पर पहुंचने में समय लगा। तब तक ग्रामीणों ने काफी हद तक आग को नियंत्रित कर लिया था।