

लखनऊ, उन्नाव और कानपुर के बीच रोजाना यात्रा करने वालों के लिए यह काम की खबर है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
एक्सप्रेसवे पर वाहन कब भरेंगे फर्राटा
कानपुर: उन्नाव में रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) को लेकर अनुमति मिलने में देरी के कारण कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य प्रभावित हो रहा है। इससे पहले 31 मई तक पूरे होने का लक्ष्य था, लेकिन अब इसे 31 जुलाई तक पूरा करने का निर्णय लिया गया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, इस बदलाव के पीछे मुख्य कारण रेलवे ओवरब्रिज के लिए आवश्यक अनुमति का लंबित रहना है।
40 मिनट मे होगा सफर तय
उन्नाव में निर्माणाधीन एक्सप्रेसवे के काम का जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह ने निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि प्रथम चरण के 45 किलोमीटर लंबे भाग का निर्माण अब जुलाई 2025 तक पूरा हो जाएगा। यह चरण रेलवे ओवरब्रिज की अनुमति संबंधी देरी के कारण प्रभावित हुआ था। इसके साथ ही दूसरे चरण में बनी पुल से शहीद पथ तक का काम अक्टूबर 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य है। यह दोनों चरण पूरे होने के बाद, कानपुर से लखनऊ का सफर 35 से 40 मिनट में संभव हो सकेगा।
62 किलोमीटर लंबा होगा ये एक्सप्रेसवे
जिलाधिकारी ने कहा कि जब एक्सप्रेसवे बनकर तैयार हो जाएगा तो कानपुर-लखनऊ हाईवे पर ट्रैफिक का लोड कम हो जाएगा। वर्तमान में यात्री दो से तीन घंटे का समय यात्रा में लगाते हैं, जो अब कम हो जाएगा। यह एक्सप्रेसवे 62 किलोमीटर लंबा है, छह लेन चौड़ा और भविष्य में आठ लेन तक विस्तार करने योग्य है। इसमें एक्सेस कंट्रोल सुविधा होगी, जिससे ट्रैफिक प्रबंधन बेहतर होगा। एक्सप्रेसवे के काम का जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह ने निरीक्षण किया।
जिलाधिकारी ने दी जानकारी
निर्माण पूरा होने के बाद, इस एक्सप्रेसवे से न केवल दोनों शहरों के बीच की दूरी कम होगी, बल्कि यातायात की भीड़ और जाम से राहत मिलेगी। यह सुविधा दोनों शहरों के बीच व्यापार, यात्रा और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देगी। जिलाधिकारी ने बताया कि कार्य प्रगति पर है और आने वाले महीनों में निर्माण कार्य तेज़ी से पूरा किया जाएगा। रेलवे ओवरब्रिज के लिए अनुमति मिलने के बाद कार्य में गति आएगी। सरकार का लक्ष्य है कि अक्टूबर 2025 तक पूरा होने के बाद, यात्री आरामदायक और तेज़ यात्रा का अनुभव कर सकेंगे।