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यूपी के चंदौली जनपद से एक बड़ी खबर सामने आ रही है, नौगढ़ रेंज के गहिला बीट में अवैध कब्जे पर वन विभाग ने कड़ी कार्रवाई की। कच्चे मकान बनाकर कब्जा जमाने की कोशिश कर रहे हैं, वन अधिकारियों ने बताया-वनभूमि पर अवैध कब्जा किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं होगा।
अवैध कब्जे का खुलासा (फोटो सोर्स- डाइनामाइट न्यूज़)
Chandauli: जिले के नौगढ़ रेंज अंतर्गत गहिला बीट संख्या 19 में वनभूमि पर हो रहे अवैध कब्जे के खिलाफ वन विभाग ने शनिवार को बड़ी कार्रवाई अंजाम दी। जानकारी के अनुसार, प्रतिबंधित वन क्षेत्र में कुछ अतिक्रमणकारियों द्वारा कच्चे मकानों का निर्माण कराया जा रहा था। जैसे ही इसकी सूचना वन विभाग को मिली, विभागीय अधिकारी तुरंत हरकत में आए और मौके पर टीम भेजकर अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, स्थानीय स्तर पर लगातार शिकायत मिल रही थी कि गहिला बीट के वन क्षेत्र में कुछ लोग कच्चे मकान बनाकर वनभूमि पर कब्जा जमाने की कोशिश कर रहे हैं। यह क्षेत्र संरक्षित वन क्षेत्र में आता है, जहां किसी भी प्रकार के निर्माण कार्य की अनुमति नहीं है। मामले को गंभीरता से लेते हुए क्षेत्रीय वन अधिकारी संजय श्रीवास्तव ने तत्काल विशेष टीम गठित कर मौके पर भेजा।
निर्देश मिलने के बाद वन दरोगा राजेंद्र सोनकर और राजेश कुमार के नेतृत्व में दर्जनों वन कर्मियों की टीम गहिला बीट पहुंची। टीम ने पहुंचते ही क्षेत्र का निरीक्षण किया और अवैध रूप से बनाए जा रहे कच्चे मकानों की पहचान की। इसके बाद टीम ने बिना किसी देरी के निर्माणाधीन संरचनाओं को तोड़कर ध्वस्त कर दिया। इस कार्रवाई के दौरान कुछ अतिक्रमणकारियों ने रोकने की कोशिश की, लेकिन वनकर्मियों ने सख्त रवैया अपनाते हुए वनभूमि को पूरी तरह अतिक्रमणमुक्त कराया।
कच्चे मकानों को मौके पर ही ध्वस्त किया (फोटो सोर्स- डाइनामाइट न्यूज़)
वन विभाग की टीम ने बताया कि वनभूमि पर अवैध कब्जा करने वाले लोगों के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी। विभाग ने स्पष्ट किया कि कब्जाधारियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा और ऐसे प्रयासों पर लगातार निगरानी रखी जाएगी। टीम ने स्थानीय ग्रामीणों से भी अपील की कि वे वनभूमि से संबंधित किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तत्काल वन विभाग को दें, ताकि समय रहते कार्रवाई की जा सके।
क्षेत्रीय वन अधिकारी संजय श्रीवास्तव ने बताया कि अवैध कब्जे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। उनका कहना है कि वन क्षेत्र पर्यावरण संरक्षण के लिए अत्यंत आवश्यक है और किसी भी प्रकार की अतिक्रमण गतिविधि न केवल वन संपदा को नुकसान पहुंचाती है, बल्कि वन्यजीवों के लिए भी खतरा पैदा करती है। विभाग आने वाले दिनों में भी ऐसे अवैध गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखेगा।