

चौकी प्रभारी पर आरोप है कि वह एक विवादित मामले में “सुलह” कराने के नाम पर बड़ी रकम की मांग कर रहा था। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की यह रिपोर्ट
Symbolic Photo (Google Image)
मेरठ: जनपद मेरठ के परतापुर थाना क्षेत्र में उस समय लोग हैरान हो गए। जब एंटी करप्शन टीम ने कल्याणपुर चौकी में तैनात चौकी प्रभारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। आरोपी इंस्पेक्टर को एक मामले में सुलह कराने के एवज में 1.5 लाख रुपये की रिश्वत लेते समय गिरफ्तार किया गया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, चौकी प्रभारी पर आरोप है कि वह एक विवादित मामले में "सुलह" कराने के नाम पर बड़ी रकम की मांग कर रहा था। पीड़ित पक्ष ने इस भ्रष्ट आचरण की जानकारी एंटी करप्शन टीम को दी। इसके बाद टीम ने पूरी योजना बनाई और रिश्वत की तय राशि जैसे ही आरोपी ने ली। उसे रंगे हाथों पकड़ लिया गया।
कंकरखेड़ा थाने में पूछताछ जारी
गिरफ्तारी के तुरंत बाद आरोपी इंस्पेक्टर को कंकरखेड़ा थाने लाया गया। जहां उससे गहन पूछताछ की जा रही है। अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या आरोपी पहले भी इसी तरह के मामलों में शामिल रहा है और क्या इसके पीछे कोई बड़ा नेटवर्क है।
पुलिस महकमे की छवि को गहरा धक्का
पुलिस विभाग ने आरोपी अधिकारी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी है। मेरठ पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों को घटना की जानकारी दे दी गई है और आरोपी के निलंबन की सिफारिश भी की जा सकती है। वहीं, इस घटना से पूरे जिले में पुलिस महकमे की छवि को गहरा धक्का लगा है।
पुलिस पर फिर उठे सवाल
चौकी प्रभारी जैसे जिम्मेदार पद पर बैठे अधिकारी द्वारा रिश्वत लेने की इस घटना से आम जनता में भी रोष व्याप्त है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि जब कानून के रक्षक ही भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाएंगे तो आम आदमी को न्याय कैसे मिलेगा?
आगे की जांच में जुटी एंटी करप्शन टीम
एंटी करप्शन टीम अब इस मामले से जुड़े अन्य पहलुओं की भी जांच कर रही है। यह देखा जा रहा है कि कहीं यह कोई अकेला मामला न हो। बल्कि कोई संगठित भ्रष्टाचार का हिस्सा तो नहीं। आरोपी के मोबाइल फोन और दस्तावेजों की भी जांच की जा रही है। फिलहाल आरोपी चौकी प्रभारी से पूछताछ और विभागीय कार्रवाई की प्रक्रिया जारी है।