

बिजनौर के पीएम स्कूल में एक शिक्षक ने कक्षा पांच के छात्र वंश को कमरे में बंद कर दिया और स्कूल छोड़ दिया। एक घंटे बाद प्रशिक्षु आईएएस कुणाल रस्तोगी और बीडीओ हल्दौर ने बच्चे की रोने की आवाज सुनकर उसे बाहर निकाला। जांच शुरू, शिक्षक पर कार्रवाई होगी।
स्कूल के कमरे के अंदर बंद हुआ बच्चा
Bijnor: यूपी के बिजनौर के हल्दौर क्षेत्र में पीएम कंपोजिट विद्यालय नवादा में शिक्षक की लापरवाही का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। बीते दिन एक शिक्षक ने एक बच्चे को कक्षा में बंद कर दिया और स्कूल बंद कर घर चले गए। लगभग एक घंटे बाद प्रशिक्षु आईएएस कुणाल रस्तोगी और बीडीओ हल्दौर ने बच्चे के रोने की आवाज सुनी और उसे बाहर निकाला।
यह घटना बीते दिन शुक्रवार को हुई। प्रशिक्षु आईएएस कुणाल रस्तोगी, जो बीडीओ हल्दौर का अतिरिक्त प्रभार भी संभालते हैं, नवादा स्थित आंगनबाड़ी केंद्र की जांच के लिए स्कूल परिसर पहुंचे थे। जैसे ही वे स्कूल के पास पहुंचे, उन्हें एक कमरे से बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। आईएएस कुणाल रस्तोगी ने तुरंत स्थिति का जायजा लिया और पाया कि कक्षा पांच का छात्र वंश कमरे के अंदर बंद था। वंश का नाम पूछने पर उसने बताया कि वह उसी स्कूल का छात्र है।
बिजनौर की मिसाल: पचास सालों से मुस्लिम परिवार बना रहा रावण का पुतला, अब पोते ने संभाली विरासत
बिजनौर के पीएम स्कूल में एक शिक्षक ने कक्षा 5 के छात्र को कमरे में बंद कर दिया, लेकिन एक घंटे बाद प्रशिक्षु आईएएस कुणाल रस्तोगी और बीडीओ हल्दौर ने उसे बचाया। इस लापरवाही पर कार्रवाई की जा रही है।#ChildSafety #TeacherNegligence #Bijnor pic.twitter.com/t6Bw4mvx9M
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) October 4, 2025
प्रशिक्षु आईएएस कुणाल रस्तोगी ने तुरन्त खंड शिक्षा अधिकारी अलका अग्रवाल से संपर्क किया और उन्हें स्कूल की चाबी के साथ मौके पर बुलाया। लगभग एक घंटे बाद, एक शिक्षामित्र स्कूल की चाबी लेकर वहां पहुंचा और ताला खोलकर वंश को बाहर निकाला। इस दौरान बच्चा डर और घबराहट में अपनी मां से लिपट गया।
जब बच्चा बाहर आया, तो उसकी मां और अन्य ग्रामीण भी मौके पर मौजूद थे। बच्चे की स्थिति देखकर सभी में गुस्सा और चिंता का माहौल था। लोग स्कूल प्रबंधन और शिक्षकों की लापरवाही पर सवाल उठा रहे थे। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि यह घटना पूरी तरह से शिक्षक की जिम्मेदारी की कमी और लापरवाही का परिणाम थी।
स्कूल में परिजनों का हंगामा
शर्मानाक! बिजनौर में 50 साल वृद्ध महिला के साथ हैवानियत, जंगल ले जाकर किया ये हाल
बीएसए सचिन कसाना ने इस पूरे मामले पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि संबंधित शिक्षकों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि पूरे मामले की जांच एबीएसए को सौंपी गई है, और रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।