हिंदी
सोनभद्र के पिपरी थाना क्षेत्र में पुलिस ने चेकिंग के दौरान आलू के बोरों में छिपाकर ले जाई जा रही अवैध अंग्रेजी शराब की बड़ी खेप पकड़ी है। ट्रक समेत 37 लाख रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त कर एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है।
आलू की बोरों में छिपी शराब की बोतलें
Sonbhadra: सोनभद्र जिले के घने जंगलों से गुजरने वाले रास्ते पर पुलिस को ऐसी कामयाबी मिली है, जिसने शराब तस्करों की नींद उड़ा दी है। पिपरी थाना क्षेत्र में नियमित चेकिंग के दौरान पुलिस ने एक ट्रक से भारी मात्रा में अवैध अंग्रेजी शराब बरामद की। शराब को बड़ी चालाकी से आलू के बोरों के बीच छिपाकर झारखंड के रास्ते बिहार ले जाया जा रहा था, लेकिन पुलिस की सतर्कता के आगे तस्करों की चाल नाकाम हो गई।
खाड़पाधर-हाथीनाला मार्ग पर कार्रवाई
यह कार्रवाई पिपरी थाना क्षेत्र के खाड़पाधर-हाथीनाला जंगल मुख्य मार्ग पर की गई। पुलिस को चेकिंग के दौरान एक संदिग्ध ट्रक आता दिखा। जब ट्रक को रोककर तलाशी ली गई तो आलू के बोरों के बीच बड़ी संख्या में अवैध अंग्रेजी शराब की पेटियां बरामद हुईं। मौके पर ही पुलिस ने ट्रक को जब्त कर लिया।
37 लाख से अधिक की संपत्ति जब्त
पुलिस के मुताबिक बरामद अवैध अंग्रेजी शराब की अनुमानित कीमत करीब 17 लाख रुपये आंकी गई है, जबकि जिस ट्रक से शराब की तस्करी की जा रही थी, उसकी कीमत लगभग 20 लाख रुपये बताई जा रही है। इस तरह कुल मिलाकर 37 लाख रुपये से अधिक की अवैध संपत्ति पुलिस ने जब्त की है।
पंजाब का युवक गिरफ्तार
मौके से पुलिस ने 35 वर्षीय नवजोत सिंह, निवासी बटाला, गुरदासपुर (पंजाब) को गिरफ्तार किया है। तलाशी के दौरान उसके पास से एक एंड्रॉयड मोबाइल फोन और 250 रुपये नकद भी बरामद किए गए हैं। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह पेशेवर तरीके से शराब की तस्करी करता था और हर सफल डिलीवरी पर उसे 30 हजार रुपये मिलते थे।
किराए की थार लेकर गर्लफ्रेंड से मिलने पहुंचा नाबालिग आशिक, वापस लौटते वक्त 5 को मारी टक्कर
बड़े नेटवर्क की आशंका
पुलिस का मानना है कि यह तस्करी किसी बड़े गिरोह का हिस्सा हो सकती है। आरोपी के बयान के आधार पर वाहन मालिक पवन कुमार, निवासी कांगड़ा (हिमाचल प्रदेश) और एक अन्य व्यक्ति धीरज सिंह, जिसका पता फिलहाल अज्ञात है, की तलाश की जा रही है।
कानूनी कार्रवाई जारी
पिपरी पुलिस ने आरोपी के खिलाफ BNS और 60/63/72 आबकारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस अब इस पूरे नेटवर्क की कड़ियां जोड़ने में जुटी है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि शराब की सप्लाई कहां से हो रही थी और किन-किन राज्यों तक पहुंचाई जा रही थी।