

जीशान एक साल पहले घर छोड़कर चला गया था। एक साल पहले उसने अपनी मां को एक चिट्ठी लिखी थी, जिसमें उसने कहा था कि वह अच्छा आदमी बनेगा और घर लौटेगा, लेकिन अब वह आतंकवादियों से जुड़ा हुआ पाया गया है। जीशान के पिता आसिफ ने बताया कि उनका बेटा पहले कर्ज में डूबा था और एक बार उसने किडनैपिंग का नाटक भी किया था।
जीशान
Noida News: एक साल पहले घर से भागने वाला जीशान नामक युवक को गुजरात की एटीएस ने गिरफ्तार किया है। जीशान की गिरफ्तारी को लेकर उसकी परिवार और खासकर उसके पिता ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। एक साल पहले जीशान ने अपनी मां को एक चिट्ठी लिखकर घर छोड़ने और ईमानदारी से पैसे कमाने का वादा किया था, लेकिन आज वह आतंकवादी गतिविधियों में शामिल पाया गया है।
"वह अच्छा आदमी बनकर लौटेगा, लेकिन वो आतंकी बन गया"
जीशान के पिता आसिफ मेरठ में दुकान चलाते हैं। उन्होंने कहा कि जीशान का एक साल से उनसे कोई संपर्क नहीं था, सिवाय उसकी मां से कभी-कभी सामान्य बातों के। आसिफ ने बताया कि एक साल पहले जीशान ने घर छोड़ने से पहले मां को एक चिट्ठी लिखी थी, जिसमें उसने कहा था, "मैं कोई गलत काम नहीं करूंगा, अब मैं खुद घर से जा रहा हूं। जितना मैंने कर्जा लिया है, जब तक उतना नहीं कमा लूंगा, तब तक नहीं आऊंगा। मुझसे जो गलती हुई है, उसके लिए माफ कर देना।"
अच्छा आदमी नहीं आतंकी बन गया
उन्होंने यह भी बताया कि जीशान ने अपने दोस्तों से भी संबंध तोड़ने का वादा किया था। लेकिन आज जो खबर आई है, उससे उनका दिल टूट चुका है। आसिफ ने कहा, "अब्बू से कह देना कि काम पर भेज दिया है" यह वाक्य उसने अपनी चिट्ठी में लिखा था, लेकिन अब वह आतंकवादी गतिविधियों में शामिल हो चुका है।
एक साल पहले किया था किडनैपिंग का नाटक
आसिफ ने यह भी बताया कि जीशान ने एक साल पहले किडनैपिंग का नाटक किया था और उनसे 10 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी। लेकिन जब पुलिस ने उसे बरामद किया तो पता चला कि उसने पबजी गेम में पैसे हारने के कारण यह योजना बनाई थी। आसिफ ने बताया, "उसने मुझसे पैसे मांगे थे, लेकिन बाद में यह साफ हो गया कि वह कर्ज में डूबा था।"
जीशान की पढ़ाई और करियर
जीशान का पढ़ाई में भी कोई खास ध्यान नहीं था। उसने नवोदय स्कूल में एडमिशन लिया था, लेकिन बाद में उसकी पढ़ाई में गिरावट आ गई। 12वीं में वह बायोलॉजी और मैनेजमेंट दोनों विषयों में फेल हो गया। उसके बाद उसने न तो अपनी टीसी ली और न ही स्कूल से मार्कशीट के लिए संपर्क किया। उसके दस्तावेज़ आज भी स्कूल में पड़े हुए हैं।
पिता का बयान- "मैंने उसे घर से निकाल दिया था"
आसिफ ने बताया कि उन्होंने 7 नवंबर, 2024 को जीशान को घर से निकाल दिया था। वह इस बारे में डीएम के पास भी गए थे और प्रार्थना पत्र सौंपा था, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनका जीशान से कोई संबंध नहीं है और उसकी संपत्ति पर कोई हक नहीं होगा।
जीशान के आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने की जानकारी
आसिफ ने बताया कि 23 जुलाई को दोपहर करीब 1:30 बजे उन्हें यह जानकारी मिली कि जीशान को एटीएस ने नोएडा से गुजरात में गिरफ्तार किया है। जीशान पर आतंकवादियों से जुड़े होने का आरोप था। जीशान का परिवार मूल रूप से नोएडा का है, लेकिन वह कुछ साल पहले मेरठ में बस गया। आसिफ के चार बेटे और चार बेटियां हैं। जीशान सबसे छोटा था। जीशान के तीन बड़े भाइयों की शादी हो चुकी है और वे अपने-अपने काम में व्यस्त हैं।
स्थानीय लोगों ने किया खुलासा
स्थानीय दुकानदारों और जानकारों ने बताया कि जीशान छिजारसी स्थित एक दुकान पर अक्सर आता था। एक स्थानीय जानकार ने बताया, "वह दुकान पर घंटों बैठा रहता था और लोगों से छिपकर मोबाइल पर बातचीत करता था।" कुछ ही समय पहले उसने पास में किराए पर कमरा लिया था। जीशान के पिता ने इस बात को साफ किया कि अब वह अपने बेटे से कोई संबंध नहीं रखना चाहते।