छांगुर बाबा गैंग पर एक्शन: धर्मांतरण मामले में कूदे विधायक नंद किशोर गुर्जर, इस इंस्पेक्टर के खिलाफ नार्को टेस्ट की मांग

गाजियाबाद क्राइम ब्रांच के पूर्व प्रभारी अब्दुल रहमान सिद्दीकी पर बीजेपी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने गंभीर आरोप लगाए हैं। विधायक ने गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर सिद्दीकी की तत्काल गिरफ्तारी और नार्को टेस्ट की मांग की। आरोप है कि सिद्दीकी ने छांगुर बाबा के नेटवर्क से मिलकर युवतियों के मतांतरण और अंतरधार्मिक विवाह कराए। साथ ही अवैध संपत्ति भी अर्जित की। विधायक ने सिद्दीकी को दिए गए गैलेन्ट्री अवार्ड को वापस लेने की भी मांग की है।

Post Published By: Mayank Tawer
Updated : 25 July 2025, 12:01 PM IST
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Ghaziabad News: गाजियाबाद क्राइम ब्रांच के पूर्व प्रभारी अब्दुल रहमान सिद्दीकी एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। लोनी से बीजेपी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने उन पर संगीन आरोप लगाते हुए गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखा है और तत्काल गिरफ्तारी के साथ-साथ नार्को टेस्ट की मांग की है। विधायक ने आरोप लगाया है कि सिद्दीकी ने न सिर्फ आपराधिक मामलों में लापरवाही बरती, बल्कि अपराधियों के नेटवर्क का हिस्सा बनकर गंभीर गतिविधियों को संरक्षण भी दिया।

छांगुर बाबा नेटवर्क से संबंधों का आरोप

विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने अपने पत्र में दावा किया है कि अब्दुल रहमान सिद्दीकी का संबंध कथित रूप से छांगुर बाबा और उनके नेटवर्क से है। यह नेटवर्क मेरठ, गाजियाबाद और दिल्ली-एनसीआर में सक्रिय है और युवतियों को प्रेमजाल में फंसाकर उनका मतांतरण और अंतरधार्मिक विवाह कराने में संलिप्त बताया गया है। इस नेटवर्क के एक अन्य प्रमुख सहयोगी बदर सिद्दीकी का नाम भी सामने आया है, जिसे लेकर विधायक ने सीधे तौर पर अब्दुल रहमान सिद्दीकी पर मिलीभगत के आरोप लगाए हैं।

'आरा' केस में भूमिका संदिग्ध

विधायक ने खास तौर पर तपोवन इलाके में लापता हुई हिन्दू युवती ‘आरा’ के केस का जिक्र किया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में अब्दुल रहमान सिद्दीकी की भूमिका बेहद संदिग्ध रही और उन्होंने एक जिम्मेदार अधिकारी की बजाय अपराधियों के सहयोगी की तरह आचरण किया।

अवैध संपत्ति और गैलेन्ट्री अवार्ड पर सवाल

गुर्जर ने सिद्दीकी पर अवैध तरीके से संपत्ति अर्जित करने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने मांग की है कि सिद्दीकी को दिए गए मंडल स्तरीय गैलेन्ट्री अवार्ड को तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जाए। उनका कहना है कि यह अवार्ड ‘कर्तव्यनिष्ठा’ का नहीं बल्कि ‘मिलीभगत’ का परिणाम है।

विधायक ने ये चार बड़ी मांगें रखीं

  1. अब्दुल रहमान सिद्दीकी की तुरंत गिरफ्तारी और नार्को टेस्ट कराया जाए।
  2. उन्हें दिए गए गैलेन्ट्री अवार्ड को तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाए।
  3. गाजियाबाद के पूर्व पुलिस आयुक्त की संलिप्तता की निष्पक्ष जांच कराई जाए।

पुराने मामलों पर भी नजर

गौरतलब है कि पुलिस कमिश्नर जे. रविंदर गौड़ ने पहले ही अब्दुल रहमान सिद्दीकी को निलंबित कर दिया है। सिद्दीकी पर 2019 में मेरठ के सिविल लाइन थाना प्रभारी रहते हुए एक अपहृत युवती का मुकदमा दर्ज न करने का आरोप पहले से दर्ज है।

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