

उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के मुरली छपरा गांव में सड़क पर गिरे बिजली के तार की चपेट में आकर 10 साल की बच्ची अनू कुमारी की मौत हो गई। हादसे के बाद गांव में शोक और बिजली विभाग के खिलाफ आक्रोश है।
टूटी तार की चपेट में आई 10 साल की बच्ची
Ballia: उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के बैरिया तहसील क्षेत्र के मुरली छपरा ग्राम पंचायत अंतर्गत नौबरार गांव में बीते दिन एक हृदयविदारक हादसा हो गया। सड़क पर गिरे बिजली के तार की चपेट में आने से 10 वर्षीय बच्ची की मौके पर ही मौत हो गई।
मासूम बच्ची की पहचान, परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
मृत बच्ची की पहचान अनू कुमारी के रूप में हुई है, जो लक्ष्मण यादव की बेटी थी। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि परिजनों के अनुसार, अनू रोज की तरह घर के बाहर खेलने निकली थी, लेकिन सड़क पर गिरा हाई-वोल्टेज बिजली का तार दिखाई नहीं दिया और वह उसकी चपेट में आ गई।
प्रत्यक्षदर्शियों की आंखों में डर और अफसोस
मिली जानकारी के अनुसार घटना के समय पास में ही गांव के कुछ लोग मौजूद थे, जिनमें अभिनव सिंह और मुकेश राय प्रमुख हैं। उन्होंने बताया कि कुछ ही पलों में अनू करंट की चपेट में आ गई और चीख तक नहीं पाई। आसपास मौजूद लोगों ने शोर मचाया, लेकिन जब तक बिजली कटती, तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
गांव में मातम और गुस्सा, लापरवाही पर उठे सवाल
इस हादसे के बाद पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। ग्रामीणों का आरोप है कि बिजली विभाग को पहले ही इस टूटे तार की सूचना दी गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। लोगों का कहना है कि विभाग की लापरवाही ने एक मासूम की जान ले ली।
प्रशासन से कार्रवाई की मांग, पीड़ित परिवार को मुआवजे की दरकार
गांववालों ने बिजली विभाग के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। साथ ही, मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता और न्याय दिलाने की अपील की है। बता दें कि प्रशासनिक अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा कर जांच का भरोसा दिलाया है, लेकिन लोग त्वरित कार्रवाई चाहते हैं।
अन्य मामला
महराजगंज के नौतनवां अंतर्गत अड्डा बाजार बनगाई गांव में मंगलवार शाम हड़कंप मच गया। जहां एक 16 वर्षीय इंटरमीडिएट की छात्रा रिया शर्मा का शव उसके कमरे में फंदे से लटकता मिला। घटना की सूचना मिलते ही पूरे इलाके में सनसनी फैल गई।
रिया महात्मा बुद्ध इंटर कॉलेज, अड्डा बाजार में कक्षा 12 की छात्रा थी। रोज की तरह मंगलवार को भी वह कॉलेज से पढ़ाई कर घर लौटी थी। घर पहुंचने के बाद वह सीधे अपने कमरे में चली गई। कुछ देर बाद छोटे भाई अमन शर्मा ने दरवाजे पर आवाज दी, लेकिन अंदर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।