‘छांगुर बाबा’ का चेला था बदर अख्तर और गाजियाबाद का इंस्पेक्टर, फरार होने के बाद रखा 2 लाख का इनाम

गाजियाबाद के क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर अब्दुर रहमान सिद्दीकी को मेरठ की एक हिंदू एयर होस्टेस के अपहरण और जबरन धर्मांतरण से जुड़े मामले में लापरवाही बरतने और आरोपी को संरक्षण देने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। युवती के परिवार की शिकायत पर भी उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। जांच में सामने आया कि आरोपी बदर अख्तर सिद्दीकी का संबंध धर्मांतरण गिरोह के मुखिया छांगुर बाबा से है। फिलहाल बदर फरार है और उसकी गिरफ्तारी पर 2 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है। पुलिस और एटीएस मामले की गहराई से जांच कर रही हैं।

Post Published By: Mayank Tawer
Updated : 24 July 2025, 3:02 PM IST
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Ghaziabad News: गाजियाबाद में तैनात क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर अब्दुल रहमान सिद्दीकी को निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई मेरठ में एक हिंदू युवती के अपहरण और जबरन धर्मांतरण से जुड़े मामले में गंभीर लापरवाही और संदिग्ध भूमिका के चलते की गई है। आरोपी बदर अख्तर सिद्दीकी को संरक्षण देने और पीड़ित परिवार की शिकायत को अनदेखा करने के आरोप इंस्पेक्टर पर लगे हैं।

क्या है पूरा मामला?

यह मामला वर्ष 2019 में लापता हुई दिल्ली में एयर होस्टेस की ट्रेनिंग कर रही एक हिंदू युवती से जुड़ा है। पीड़ित परिवार का आरोप है कि युवती को मेरठ के लिसाड़ी गेट क्षेत्र के इस्लामाबाद निवासी बदर अख्तर सिद्दीकी ने प्रेमजाल में फंसाया और फिर उसे जबरन धर्मांतरण के लिए मजबूर किया। युवती की बहन ने बताया कि बदर ने उसे मॉडलिंग और विदेश में नौकरी का सपना दिखाया। उसके बाद मानसिक रूप से पूरी तरह नियंत्रित कर लिया था।

परिवार का गंभीर आरोप

जब युवती का व्यवहार बदला और उसने पूजा-पाठ छोड़ना शुरू किया तो परिजन चिंतित हो गए। बाद में युवती ने खुद बताया कि वह 'छांगुर बाबा' नाम के एक व्यक्ति से मिली है, जिसने उसे कुछ विशेष प्रकार के चावल और पानी खिलाया-पिलाया। युवती ने बताया कि बदर उसे बार-बार छांगुर बाबा के पास ले जाता था। परिजनों ने खुलासा किया कि युवती के शरीर पर सिगरेट से जलाने के कई निशान थे और निकाह के कुछ समय बाद बदर उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने लगा था।

पुलिस की लापरवाही

वर्ष 2019 में ही पीड़ित परिवार ने तत्कालीन मेरठ सिविल लाइन थाना प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकी से संपर्क कर आरोपी बदर अख्तर के खिलाफ लिखित शिकायत की थी, लेकिन सिद्दीकी ने न तो FIR दर्ज की और न ही कोई कार्रवाई की है। उल्टा परिवार का आरोप है कि उन्हें डराया और धमकाया गया।

एडिशनल पुलिस कमिश्नर आलोक प्रियदर्शी का क्या कहना है?

एडिशनल पुलिस कमिश्नर आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि इस पूरे प्रकरण की विभागीय जांच की गई। जिसमें इंस्पेक्टर की भूमिका संदिग्ध पाई गई। इसके बाद उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया और विस्तृत विभागीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं।

बदर अख्तर और छांगुर बाबा में क्या कनेक्शन

जांच में सामने आया है कि बदर अख्तर सिद्दीकी धर्मांतरण गिरोह के मुख्य सरगना छांगुर बाबा से जुड़ा हुआ था। इंस्पेक्टर सिद्दीकी और बदर अख्तर के बीच पूर्व में संबंध थे, जिसके चलते उन्होंने आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।

बदर अख्तर फरार, 2 लाख का इनाम घोषित

फिलहाल बदर अख्तर सिद्दीकी फरार है। पुलिस और एटीएस उसकी तलाश में जुटी हुई हैं। दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद और मेरठ के थानों में उसके पोस्टर लगाए गए हैं। उसकी गिरफ्तारी पर दो लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है।

जांच जारी, बड़े खुलासे की संभावना

एटीएस और मेरठ पुलिस की संयुक्त जांच में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं। माना जा रहा है कि यह मामला सिर्फ एक पीड़िता तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके तार एक संगठित धर्मांतरण रैकेट से जुड़े हो सकते हैं। पुलिस इस पूरे नेटवर्क की कड़ी से कड़ी जोड़ने में जुटी हुई है।

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