

रायबरेली में भदोखर थाना के चौकी इंचार्ज समय सिंह का खनन माफिया से बातचीत करते हुए ऑडियो वायरल हुआ। ऑडियो में पैसे के लेन-देन और अमर्यादित भाषा का उपयोग करने पर एसपी ने उन्हें सस्पेंड कर विभागीय जांच के आदेश दिए।
भदोखर थाना क्षेत्र के चौकी इंचार्ज समय सिंह का ऑडियो वायरल
Raebareli: भदोखर थाना क्षेत्र के एम्स चौकी इंचार्ज समय सिंह का खनन माफिया से बातचीत करते हुए एक कथित ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें वह पैसों के लेन-देन की बात करते हुए सुने गए। इस ऑडियो में कथित तौर पर अमर्यादित भाषा का प्रयोग भी किया गया। वायरल ऑडियो का संज्ञान लेते हुए जिले के एसपी डॉ यशवीर सिंह ने समय सिंह को निलंबित कर दिया और विभागीय जांच के आदेश दिए हैं।
वायरल ऑडियो में क्या है?
वायरल हुए ऑडियो में चौकी इंचार्ज समय सिंह कथित रूप से एक खनन माफिया से बातचीत कर रहे हैं। बातचीत के दौरान वह खनन के लिए 10 हजार रुपये प्रतिदिन के हिसाब से रेट तय करते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसके अलावा, ऑडियो में एक और चौंकाने वाला बयान सामने आता है, जिसमें समय सिंह यह कहते हुए सुने जा रहे हैं, "तेरा भाई अगर ठाकुर न होता, मुसलमान, यादव या चमार होता तो अब तक लाइन हाजिर हो जाता।"
यह बयान पूरी घटना को और भी संवेदनशील बना देता है और एक जातिवाद के एंगल को भी सामने लाता है, जिससे मामला और भी गंभीर हो गया है। इस कथित बातचीत में यह भी दावा किया गया है कि खनन से जो रकम मिलती है, वह चौकी स्टाफ में बांटी जाती है। यह सब बातें मामले को और भी गहरा बना देती हैं और पुलिस विभाग के भीतर हड़कंप मच गया है।
गुप्त रूप से रिकॉर्ड किया गया ऑडियो
सूत्रों के अनुसार, यह ऑडियो कुछ लोगों ने गुप्त रूप से रिकॉर्ड किया था और बाद में इसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वायरल होते ही इसने पुलिस विभाग के लिए एक बड़ी चुनौती पैदा कर दी। पुलिस प्रशासन और विभागीय अधिकारी इस ऑडियो को लेकर गंभीरता से जांच कर रहे हैं।
एसपी का कार्रवाई पर बयान
एसपी डॉ यशवीर सिंह ने वायरल ऑडियो का संज्ञान लिया और तुरंत समय सिंह को निलंबित कर दिया। उन्होंने कहा कि खनन माफिया से बातचीत करने के दौरान पैसों के लेन-देन का मामला गंभीर है, और अमर्यादित भाषा का प्रयोग भी बिल्कुल अस्वीकार्य है। इसके अलावा, एसपी ने विभागीय जांच का आदेश भी दिया है ताकि पूरे मामले की सही तरीके से जांच हो सके और दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जा सके।
एसपी ने यह भी कहा कि पुलिस विभाग में इस तरह के मामलों की जांच पूरी पारदर्शिता के साथ की जाएगी और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारियों का कार्य जनता की सेवा करना होता है और किसी भी अधिकारी का इस तरह का आचरण विभाग की छवि को धूमिल करता है।
पुलिस विभाग में हड़कंप
इस ऑडियो के वायरल होने के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। कई वरिष्ठ अधिकारियों ने इस मामले पर गहरी चिंता जताई है। कुछ सूत्रों के मुताबिक, विभाग के अन्य अधिकारी भी अब सतर्क हो गए हैं, क्योंकि इस प्रकार के मामले विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करते हैं।